लखनऊ. सहायक अध्यापक की नौकरी की तलाश में जुटे
नौजवानों के लिए बड़ी खबर। अब भर्ती परीक्षा को उत्र्तीण करने के बाद टीईटी
को पास करने का खौफ नहीं रहेगा।
कारण यहकि नई व्यवस्था के मुताबिक उत्तर
प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2017 में सफल अभ्यर्थियों को
12 मार्च को 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा से पहले
प्रमाणपत्र मिलेंगे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से सोमवार को
प्रमाणपत्र मंडल मुख्यालयों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट)
को भेजे जाएंगे। वहां से मंडल के अन्य जिलों को प्रमाणपत्र भेजे जाएंगे।
सिर्फ 11 फीसदी अभ्यर्थी हुए हैं कामयाब
गौरतलब है कि यूपी टीईटी की परीक्षा में प्राथमिक स्तर की परीक्षा में
17.34 जबकि उच्च प्राथमिक स्तर में 7.87 प्रतिशत अभ्यर्थियों ही सफल हो सके
थे। परीक्षा में सम्मिलित कुल अभ्यर्थियों में महज 11.11 फीसदी पास हुए।
15 अक्तूबर को आयोजित परीक्षा में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के लिए
क्रमश: 3,49,192 व 6,27,568 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें क्रमश: 2,76,636 व
5,31,712 परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। बोर्ड के मुताबिक, प्राथमिक स्तर
में 47,975 (17.34 फीसदी) व उच्च प्राथमिक स्तर में 41,888 (7.87 फीसदी)
अभ्यर्थी पास हुए।
हाईकोर्ट के कारण अटके हुए थे प्रमाणपत्र
प्रमाणपत्र पहले ही बन गए थे, लेकिन हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक मामला
लंबित होने के कारण वितरित नहीं हो रहे थे। इस बीच शिक्षक भर्ती की लिखित
परीक्षा करीब आने के साथ टीईटी-17 में सफल अभ्यर्थी प्रमाणपत्र देने का
दबाव बना रहे थे। वजह यह है कि 12 मार्च की परीक्षा में उन्हीं अभ्यर्थियों
को सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा जो प्रवेश पत्र, ऑनलाइन आवेदन में अंकित
आधार कार्ड की मूल प्रति के साथ प्रशिक्षण योग्यता का प्रमाणपत्र या
प्रशिक्षण योग्यता के अंतिम सेमेस्टर के निर्गत अंकपत्र की मूल प्रति या
यूपी-टीईटी/सीटीईटी के प्रमाणपत्र में से किसी एक प्रमाणपत्र को प्रस्तुत
करेंगे। इस बारे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह का कहना है
कि टीईटी-17 के प्रमाणपत्र मंडल मुख्यालयों के डायट को भेजे जा रहे हैं।
मंडल मुख्यालय के डायट प्राचार्य अपने मंडल के अन्य जिलों के डायट
प्राचार्यों को सर्टिफिकेट उपलब्ध कराएंगे। शिक्षक भर्ती की परीक्षा से
पहले टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र वितरित कर दिए जाएंगे।
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