सीबीएसई प्रश्नपत्र लीक प्रकरण की जांच में जुटी झारखंड पुलिस ने शनिवार
को बड़ा रहस्योद्घाटन करते हुए बताया कि दसवीं का गणित का ही नहीं बल्कि
साइंस और सोशल साइंस का पेपर भी लीक हुआ था।
चतरा के एसपी अखिलेश बी वारियर
ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्र से ही
वाट्सएप के जरिये साइंस और सोशल साइंस के पर्चे भी लीक कर दिए गए थे, जबकि
गणित का पेपर परीक्षा शुरू होने के 18 घंटे पहले ही वाट्सएप और सोशल मीडिया
के जरिये चतरा पहुंच गया था। जहां कोचिंग संचालक ने पांच-पांच हजार रुपये
तक में प्रश्नपत्र बेचे।
एसपी ने बताया कि पटना के छात्रों के पास पेपर कहां से आया, इसकी पड़ताल चल
रही है। पेपर लीक का यह पूरा मामला एक बड़े षडयंत्र के तहत हुआ है। इसके
सूत्रधार तक पहुंचने के लिए पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। दिल्ली
पुलिस के सीनियर अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। 1इस प्रकरण को लेकर विशेष
जांच टीम (एसआइटी) का गठन किया गया था, जिसकी दो टीमें पटना और गया में भी
छापेमारी कर रही हैं। पटना से दो छात्रों को गिरफ्तार कर चतरा लाया गया है।
तीन कोचिंग संचालकों को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले में अब तक कुल 12
लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें शामिल छात्रों को हजारीबाग रिमांड
होम जबकि तीन कोचिंग संचालकों को जेल भेज दिया गया। संचालकों में स्टडी
विजन नामक कोचिंग सेंटर के संचालक पंकज सिंह और सतीश पांडेय शामिल हैं। सभी
ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
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