इसी के मद्देनजर उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विटर के माध्यम से विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महान चाणक्य ने कहा था कि 'जब प्रजा के कल्याणकारी निर्णयों में अडिग तथा राष्ट्र उत्थान में प्रयत्नशील राजा के विरुद्ध सारा विपक्ष एकजुट होने लगे तो समझिए आपका राजा सही दिशा में काम कर रहा है। राष्ट्रहित सर्वोपरि है। दल तो बनते और बिगड़ते रहते हैं।'
लेकिन उनके ट्वीट करते ही उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यमंत्री आईपी सिंह ने ट्वीट पर सलाह देते हुए कहा कि चाणक्य ने साथ-साथ यह भी कहा है कि पथकर मंत्री को पथ (जमीन) पर चलकर निरीक्षण करना चाहिए, न कि सिर्फ वायुयान से। जो पीछे की परंपरा में सपा-बसपा के मंत्री करते रहे हैं, जमीन पर कभी उतरे ही नहीं और उसका हश्र क्या हुआ? दोनों दल डूब गए। ये हमारे लिए सबक और एक सीख है।
एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि जल्द ही राजा को प्रजा की शक्ति का एहसास होगा। मान्यवर, आज लोकतंत्र का खुला मज़ाक उड़ा रही है यूपी सरकार। चार दिनों से भूख-प्यास से मरते हज़ारों शिक्षामित्र खुले आसमान के नीचे, तपती धूप में बैठे सिर्फ संकल्प पत्र में लिखे न्यायोचित शब्द के मायने विकिपीडिया पर खोज रहे है।
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