लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जनता के लिए
अच्छी खबर है. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के आठ और
जिलों को मेडिकल कॉलेज देने की घोषणा की है. इन मेडिकल कॉलेजों के लिए
केंद्र सरकार और राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद जमीन भी आंवटित कर दी
गई है.
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए यूपी सरकार व्यापक कदम उठा रही है. 2019 लोकसभा चुनावों के मद़देनजर चिकित्सा शिक्षा विभाग पहले इन संस्थानों को तैयार करने में जुटा है. हालांकि कुछ जिलों में जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने के लिए पर्याप्त स्थान है लेकिन अधिकांश जगहों पर क्लास रूम, हॉस्टल, फैकल्टी रुम सहित अन्य विभागों को बनाने के लिए पर्याप्त जमीन नहीं मिल रही है. ऐसे में विभाग अतिरिक्त जमीन की व्यवस्था करने की तैयारियों में जुटा हुआ है.
आजमगढ़, जालौन, सहारनपुर और बांदा में मेडिकल कॉलेज शुरू
बता दें कि प्रदेश में इससे पहले आजमगढ़, जालौन, सहारनपुर और बांदा में मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए. नियुक्तियों, उपकरणों-संसाधनों की खरीद के बाद यहां 100-100 सीट पर एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू हो गई. जबकि सात अन्य जिला अस्पतालों को अपग्रेड कर राजकीय मेडिकल कॉलेज बनाने के ऐलान के बाद प्राथमिक बजट भी जारी कर दिया गया है. अब इन संस्थानों के लिए 500-500 करोड़ रुपये का इंतजाम और किया गया है. प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि जिलों बनने वाले आठ नये मेडिकल कालेजों के लिए जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है और डीपीआर भी बना ली गयी है. जल्द ही इनका काम शुरू कर दिया जाएगा.
ये संस्थान तैयार, जल्द होंगे शुरू
गर्वनमेंट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर, कैंसर संस्थान, चकगंजरिया, लखनऊ, सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक हॉस्पीटल एंड पीजी टीचिंग इंस्टीट्यूट, गौतमबुद्ध नगर.
यहां चल रहा काम
एम्स, गोरखपुर. एम्स, रायबरेली. राजकीय मेडिकल कॉलेज, जौनपुर. राजकीय मेडिकल कॉलेज, फिरोजाबाद. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं. राजकीय मेडिकल कॉलेज, फैजाबाद. राजकीय मेडिकल कॉलेज, शाहजहांपुर. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बहराइच. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बस्ती.
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प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए यूपी सरकार व्यापक कदम उठा रही है. 2019 लोकसभा चुनावों के मद़देनजर चिकित्सा शिक्षा विभाग पहले इन संस्थानों को तैयार करने में जुटा है. हालांकि कुछ जिलों में जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने के लिए पर्याप्त स्थान है लेकिन अधिकांश जगहों पर क्लास रूम, हॉस्टल, फैकल्टी रुम सहित अन्य विभागों को बनाने के लिए पर्याप्त जमीन नहीं मिल रही है. ऐसे में विभाग अतिरिक्त जमीन की व्यवस्था करने की तैयारियों में जुटा हुआ है.
आजमगढ़, जालौन, सहारनपुर और बांदा में मेडिकल कॉलेज शुरू
बता दें कि प्रदेश में इससे पहले आजमगढ़, जालौन, सहारनपुर और बांदा में मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए. नियुक्तियों, उपकरणों-संसाधनों की खरीद के बाद यहां 100-100 सीट पर एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू हो गई. जबकि सात अन्य जिला अस्पतालों को अपग्रेड कर राजकीय मेडिकल कॉलेज बनाने के ऐलान के बाद प्राथमिक बजट भी जारी कर दिया गया है. अब इन संस्थानों के लिए 500-500 करोड़ रुपये का इंतजाम और किया गया है. प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि जिलों बनने वाले आठ नये मेडिकल कालेजों के लिए जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है और डीपीआर भी बना ली गयी है. जल्द ही इनका काम शुरू कर दिया जाएगा.
ये संस्थान तैयार, जल्द होंगे शुरू
गर्वनमेंट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर, कैंसर संस्थान, चकगंजरिया, लखनऊ, सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक हॉस्पीटल एंड पीजी टीचिंग इंस्टीट्यूट, गौतमबुद्ध नगर.
यहां चल रहा काम
एम्स, गोरखपुर. एम्स, रायबरेली. राजकीय मेडिकल कॉलेज, जौनपुर. राजकीय मेडिकल कॉलेज, फिरोजाबाद. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं. राजकीय मेडिकल कॉलेज, फैजाबाद. राजकीय मेडिकल कॉलेज, शाहजहांपुर. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बहराइच. राजकीय मेडिकल कॉलेज, बस्ती.
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