फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे 5 शिक्षक बर्खास्त, 11 पर लटकी तलवार

इलाहाबाद। फर्जी डिग्री लगाकर सरकारी नौकरी कर रहे 5 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही 11 अन्य फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों की भी पहचान की जा चुकी है। इन लोगों ने फर्जी डिग्री का इस्तेमाल कर नौकरी हासिल की है। जांच में पता चला कि दो अलग-अलग विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री बनवाई गई थी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी रहे पांच शिक्षक को बर्खास्त करने के साथ ही 11 अन्य का तत्काल प्रभाव वेतन रोक दिया है।

5 teachers suspended for fake degree in Allahabad

यहां से बनी फर्जी डिग्री
उत्तर प्रदेश में 15 हजार शिक्षक भर्ती के दौरान इलाहाबाद के प्राथमिक स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों की डिग्री का सत्यापन इस समय चल रहा है। सत्यापन के दौरान ही 16 शिक्षक की डिग्री में खामियां नजर आई। इस पर जांच शुरू हुई तो पता चला डिग्री बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी की बीएलएड स्नातक की फर्जी मार्कशीट प्रमाण बनवाये गये थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि सत्यापन के लिए इलाहाबाद से पत्र भेजा गया था, जिस पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव का पत्र आया है और उस पत्र से ही फर्जी मार्कशीट का खुलासा हुआ है।

इन पर हुई कार्रवाई
प्राथमिक विद्यालय बसहा कोरांव में तैनात सहायक अध्यापक अखिलेश यादव, प्राथमिक विद्यालय बरदाहा करछना की सहायक अध्यापक अंजू शुक्ला, प्राथमिक विद्यालय कैथी करछना की सहायक अध्यापक रचना सिंह, प्राथमिक विद्यालय बरौत हडिया के सहायक अध्यापक कमल, प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर के सहायक अध्यापक करन भारतीय, प्राथमिक विद्यालय तरवाई के सहायक अध्यापक सतीश कुमार प्रजापति, प्राथमिक विद्यालय रायपुर प्रतापपुर के सहायक अध्यापक नीरज सिंह, प्राथमिक विद्यालय मेजा के सहायक अध्यापक दिनेश कुमार, प्राथमिक विद्यालय दुबरा जगदीशपुर कौड़िहार की सहायक अध्यापक सरिता शुक्ला, प्राथमिक विद्यालय जोगापुर सैदाबाद के सहायक अध्यापक अशोक कुमार, प्राथमिक विद्यालय कोना मेजा के सहायक अध्यापक नितिन साहू आदि शामिल हैं।