पैंतीस फर्जी शिक्षकों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के हुए आदेश

मथुरा। शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टर माइंड बाबू और 35 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। मंगलवार को हुई जिला चयन समिति की बैठक में इसका फैसला लिया गया है। बीएसए को आदेश दिया गया कि वह इनकी नियुक्तियां स्थायी रूप से निरस्त कर संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं।

मंगलवार को बेसिक शिक्षा के परिषदीय विद्यालयों में हुए शिक्षक भर्ती के फर्जीवाड़े को लेकर जिला चयन समिति की बैठक हुई। इस दौरान प्रदेश भर में विभाग की बदनामी का कारण बन रहे शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। तय किया गया कि सबसे पहले उन 24 शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी जाए जिन्हें इस संदर्भ में नोटिस जारी किया जा चुका है।

इसमें 24 के टीईटी और एक का बीटीसी प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है। इस पर तत्काल अमल के आदेश बीएसए को दिए। इसके अलावा बाकी 10 और शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाएं। इसमें सात शिक्षक गैर जनपदों वाले हैं, जिनके बीटीसी और टीईटी प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं, जबकि दो और के टीईटी और एक का सीटीईटी का प्रमाण पत्र फर्जी पाया है।

नोटिस के बाद इनके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर उन्हें काउंसलिंग में शामिल करने, असत्य तथ्य और धोखाधड़ी पूर्वक कमेटी को गुमराह करते हुए सूची में शामिल करने के आरोपी बाबू महेश शर्मा के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश बीएसए को दिए हैं।

इसके अलावा काउंसलिंग में शामिल बीएसए के अधीनस्थ अधिकारी और कर्मचारियों से लिखित स्पष्टीकरण मांगने के आदेश दिए गए हैं। बैठक की अध्यक्षता डायट प्राचार्य डा. मुकेश अग्रवाल ने की। सचिव बीएसए संजीव कुमार सिंह, जीजीआईसी प्रधानाचार्य नमिता सिंह और जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार मौजूद रहे।

जिला चयन समिति का फैसला
-फर्जी 35 शिक्षकों के खिलाफ होगी रिपोर्ट दर्ज।
-निलंबित बाबू के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश।
-काउंसलिंग के दौरान बीएसए से जुड़े कर्मचारियों से मांगा स्पष्टीकरण।
-फर्जी शिक्षकों की नियुक्तियां निरस्त होने के बाद पुन: भरने की ली जाए अनुमति।