उन्होंने समायोजन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाया। शिक्षक मुख्य गेट बंद कर धरने पर बैठ गए और समायोजन प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग करने लगे। हालांकि बाद में अधिकारियों के आश्वासन के बाद शिक्षक माने और काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई।
शिक्षकों की मांग थी कि पहले उनकी पदोन्नति की जाए, उसके बाद समायोजन होगा। जिन 198 एससी शिक्षकों का डिमोशन कर उनका वेतन कम किया गया है, उन्हें जल्द बहाल किया जाए। यही नहीं दो महीने पहले हुए शिक्षकों के स्थानांतरण को निरस्त किया जाए।
शिक्षकों के विरोध की सूचना पर एडीएम सिटी वीरेंद्र पांडेय व एसीएम चतुर्थ नीता यादव समेत बीएसए जय सिंह पहुंचे। उन्होंने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन देकर काउंसिलिंग में शामिल होने की अपील की। अधिकारियों के आश्वासन पर काउंसिलिंग शुरू हुई।