वजह है कि विकल्प देने की वजह से अच्छे स्कूलों से शिक्षामित्र जाना नहीं चाहते हैं और सुदूर स्कूलों में तैनात शिक्षामित्र वापस मूल स्कूल में आना चाहते हैं। कई शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय अब अंग्रेजी माध्यम में बदल चुके हैं, वहां वही नियुक्त होगा जो अंग्रेजी में पढ़ा सकते हों। शनिवार तक यह कार्य पूरा करने को कहा है पर संशोधन बिना होना संभव नहीं।