लखनऊ : पिछले शैक्षिक सत्र में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर बांटने में हुई लेटलतीफी के बाद बेसिक शिक्षा विभाग इस साल भी स्वेटर वितरण में समय से पीछे चल रहा है।
शासन ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर वितरण की प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरी करने का निर्देश दिया था।
चालू शैक्षिक सत्र में एक करोड़ 57 लाख 45 हजार 138 बच्चों को स्वेटर बांटने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य के सापेक्ष गुरुवार शाम तक 66 लाख 84 हजार 96 बच्चों को ही स्वेटर बंट पाए हैं, 90 लाख से ज्यादा बच्चों को सरकार की इस सौगात का इंतजार है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक सिर्फ 42 फीसद बच्चों को ही स्वेटर मिल पाये हैं। योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद परिषदीय स्कूलों के बच्चों को निश्शुल्क स्वेटर देने का निर्णय किया है। पिछले सत्र में जाड़े का मौसम बीतते-बीतते बच्चों को स्वेटर मिल पाए थे। इस साल 18 सितंबर को ही स्वेटर वितरण का शासनादेश जारी कर दिया गया।
दस फिसड्डी जिले : स्वेटर वितरण में सबसे फिसड्डी 10 जिलों में सबसे खराब स्थिति राजधानी के पड़ोसी जिले सीतापुर की है जहां सिर्फ 6.1 फीसद बच्चों को ही स्वेटर मिल पाए हैं। कासगंज में 7.74 प्रतिशत, फरुखाबाद में 11.41 प्रतिशत, ललितपुर में 12.67 प्रतिशत, सिद्धार्थनगर में 12.91 प्रतिशत, बस्ती में 15.67 प्रतिशत, झांसी में 17.31 प्रतिशत, मीरजापुर में 18.86 प्रतिशत, संभल में 19.21 प्रतिशत और रायबरेली में 19.32 प्रतिशत बच्चों के हाथों में ही स्वेटर पहुंच पाए हैं।
मुख्यमंत्री के गृह जिले में 37 फीसद को मिले स्वेटर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में 37.34 फीसद बच्चों को स्वेटर मिल सके हैं। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल के गृह जिले बहराइच में 58.05 फीसद बच्चों को स्वेटर प्राप्त हुए हैं।
टॉप फाइव जिले : स्वेटर वितरण में सबसे आगे रहने वाले पांच जिलों में अमरोहा में 91.54 प्रतिशत, कन्नौज में 90 प्रतिशत, इटावा में 88.72 प्रतिशत, औरैया में 84.91 प्रतिशत और बागपत में 83.92 प्रतिशत बच्चों को स्वेटर बांटे जा चुके हैं।
पोर्टल पर सिर्फ 27 फीसद वितरण : रियल टाइम में स्वेटर वितरण की स्थिति दर्शाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल भी विकसित किया है। जिलों में हुए स्वेटर वितरण की स्थिति को वास्तविक समय में इस पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिये गए हैं। गुरुवार शाम तक इस पोर्टल पर प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 27 फीसद बच्चों को ही स्वेटर वितरित किये जाने की जानकारी प्रदर्शित की गई है। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह का कहना है कि स्वेटर वितरण में विलंब इसलिए हुआ क्योंकि स्वेटर के लिए शासन ने धनराशि ही 30 अक्टूबर को जारी की। स्वेटर वितरण में तेजी लाने के निर्देश दिये गए हैं और इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।
शासन ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर वितरण की प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरी करने का निर्देश दिया था।
चालू शैक्षिक सत्र में एक करोड़ 57 लाख 45 हजार 138 बच्चों को स्वेटर बांटने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य के सापेक्ष गुरुवार शाम तक 66 लाख 84 हजार 96 बच्चों को ही स्वेटर बंट पाए हैं, 90 लाख से ज्यादा बच्चों को सरकार की इस सौगात का इंतजार है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक सिर्फ 42 फीसद बच्चों को ही स्वेटर मिल पाये हैं। योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद परिषदीय स्कूलों के बच्चों को निश्शुल्क स्वेटर देने का निर्णय किया है। पिछले सत्र में जाड़े का मौसम बीतते-बीतते बच्चों को स्वेटर मिल पाए थे। इस साल 18 सितंबर को ही स्वेटर वितरण का शासनादेश जारी कर दिया गया।
दस फिसड्डी जिले : स्वेटर वितरण में सबसे फिसड्डी 10 जिलों में सबसे खराब स्थिति राजधानी के पड़ोसी जिले सीतापुर की है जहां सिर्फ 6.1 फीसद बच्चों को ही स्वेटर मिल पाए हैं। कासगंज में 7.74 प्रतिशत, फरुखाबाद में 11.41 प्रतिशत, ललितपुर में 12.67 प्रतिशत, सिद्धार्थनगर में 12.91 प्रतिशत, बस्ती में 15.67 प्रतिशत, झांसी में 17.31 प्रतिशत, मीरजापुर में 18.86 प्रतिशत, संभल में 19.21 प्रतिशत और रायबरेली में 19.32 प्रतिशत बच्चों के हाथों में ही स्वेटर पहुंच पाए हैं।
मुख्यमंत्री के गृह जिले में 37 फीसद को मिले स्वेटर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में 37.34 फीसद बच्चों को स्वेटर मिल सके हैं। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल के गृह जिले बहराइच में 58.05 फीसद बच्चों को स्वेटर प्राप्त हुए हैं।
टॉप फाइव जिले : स्वेटर वितरण में सबसे आगे रहने वाले पांच जिलों में अमरोहा में 91.54 प्रतिशत, कन्नौज में 90 प्रतिशत, इटावा में 88.72 प्रतिशत, औरैया में 84.91 प्रतिशत और बागपत में 83.92 प्रतिशत बच्चों को स्वेटर बांटे जा चुके हैं।
पोर्टल पर सिर्फ 27 फीसद वितरण : रियल टाइम में स्वेटर वितरण की स्थिति दर्शाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल भी विकसित किया है। जिलों में हुए स्वेटर वितरण की स्थिति को वास्तविक समय में इस पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिये गए हैं। गुरुवार शाम तक इस पोर्टल पर प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 27 फीसद बच्चों को ही स्वेटर वितरित किये जाने की जानकारी प्रदर्शित की गई है। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह का कहना है कि स्वेटर वितरण में विलंब इसलिए हुआ क्योंकि स्वेटर के लिए शासन ने धनराशि ही 30 अक्टूबर को जारी की। स्वेटर वितरण में तेजी लाने के निर्देश दिये गए हैं और इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।