फर्जी दो प्रधानाध्यापक, दो अध्यापक और शिक्षामित्र दंपति की सेवाएं समाप्त

फर्जी अभिलेखों के जरिए नौकरी करने वाले दो प्रधानाध्यापक, दो सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र दंपति की सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को उसावां थाने में खंड शिक्षाधिकारी रमेश पंकज ने तहरीर दी है। सभी आरोपी उसावां ब्लाक के अलग-अलग स्कूलों में तैनात थे।

सूबे के कई जिलों में बेसिक स्कूलों में फर्जी शिक्षकों के मामले सामने आए। शासन ने सभी बीएसए को संदिग्ध शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच करने के निर्देश दिए थे। ब्लाक उसावां के प्राथमिक स्कूल भुंडी में तैनात शिक्षामित्र अवधेश कुमार ने उत्तर मध्यमा के प्रमाण पत्र फर्जी लगाकर नौकरी हासिल कर ली थी। दुर्विजय सिंह ने इसकी शिकायत ऑनलाइन कमिश्नर से की थी। अवधेश की पत्नी मंजू यादव प्राथमिक स्कूल मुगरिया नगला में तैनात थीं। मूंजू ने भी उत्तर मध्यमा के अभिलेख फर्जी लगाए थे। संबंधित बोर्ड से सत्यापन कराने पर दोनों के कागजात फर्जी पाए गए।
बीईओ रमेश पंकज ने बताया कि प्राथमिक स्कूल खेड़ा किशनी में तैनात प्रधानाध्यापक नीलम पाराशर पुत्र सुखदेव प्रसाद शर्मा निवासी फरीदा जिला फिरोजाबाद और खिरिया हिमायूं प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक अवधेश वर्मा पुत्र मुंशी सिंह निवासी नगला अर्जुन नवगवां जिला काशीरामनगर के अभिलेख सत्यापन में फर्जी पाए गए। बीईओ ने बताया कि प्राथमिक स्कूल लिलवां में तैनात शिक्षक शैलेंद्र कुमार पुत्र रामौतार निवासी बलीपुर जिला कौशांबी और प्राथमिक स्कूल खेड़ा जलालपुर में तैनात शिक्षक आशीष कुमार पुत्र प्रकाश चंद्र निवासी बहादुरपुर मझगंवा जिला कन्नौज के शिक्षक पात्रता की अंक तालिका फर्जी निकली। इन सभी की सेवाएं खत्म कर दी गईं हैं।

फर्जी दो प्रधानाध्यापक, दो सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र दंपति की सेवाएं समाप्त करने के बाद उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखाने को मंगलवार को उनकी ओर से थाना उसावां पुलिस को तहरीर दी गई है।
- रमेश पंकज, बीईओ उसावां