शिक्षामित्रों ने मांगा हक, डीएम को सौंपा ज्ञापन

बलिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला के आह्वान पर जिला महामंत्री पंकज सिंह के नेतृत्व में शिक्षामित्रों ने सोमवार को चंद्रशेखर उद्यान में बैठक के उपरांत कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया।
शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी वंशरोपण पांडेय को सौंपा।
जिला महामंत्री पंकज सिंह ने कहा कि 2009 में आरटीई लागू होने के बाद प्रदेश के शिक्षामित्र को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के दिशा निर्देशन में दूरस्थ शिक्षा विधि से दो वर्षीय बीटीसी का प्रशिक्षण कराया गया। फिर एक लाख 37000 शिक्षामित्रों को 2 चरणों में सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित भी किया गया। लेकिन 12 सितंबर 2015 को हाईकोर्ट तथा 25 जुलाई 2017 को सर्वोच्च न्यायालय से समायोजन निरस्त कर दिया गया। समायोजन निरस्त होने के बाद लगभग 1100 शिक्षामित्र की असामयिक मौत आर्थिक तंगी व अवसाद से हो चुकी है। इसके बाद सरकार ने 25 जुलाई 2018 को उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी गठित की, लेकिन आज तक हल नहीं निकल सका।
मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में शिक्षामित्रों को अध्यादेश लाकर पुन: सहायक अध्यापक पद पर बहाल करने, शिक्षामित्र को स्थायी पद व वेतनमान देकर उनका भविष्य सुरक्षित करने, मृत शिक्षामित्र के परिवार को उचित मुआवजा व आश्रितों को नौकरी देने, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में 69000 शिक्षक भर्ती में कट ऑफ हटाने के साथ ही हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट का खुलासा करते हुए संगठन को अवगत कराया जाए। बैठक में परवेज अहमद, राकेश पांडेय, ललित मोहन, अजय श्रीवास्तव, संजीव सिंह, अमृत सिंह, दिलीप प्रसाद, अमित चेला, भवानी जी, बच्चा लाल, अभिषेक पाल, संतोष वर्मा, शिकुमार, अखिलेश पांडेय, मनीष सिंह, वसीम, निर्भय कुशवाहा, मृत्युंजय, सत्येंद्र मौर्या, धर्मनाथ सिंह, व्रजेश, हरिओम मौर्य, अरविंद कुमार, रमेश पांडेय, पूनम यादव, श्वेता तिवारी, निरुपमा इत्यादि उपस्थित रहीं।