बांदा। विधायक प्रकाश द्विवेदी ने बुधवार को विधानसभा में शिक्षामित्रों का
मानदेय बढ़ाकर 20 हजार रुपये करने की मांग की।
नियम-301 के तहत विधानसभा अध्यक्ष को दिए नोटिस में कहा कि पहले शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का दर्जा मिलने से वेतन लगभग 40 हजार रुपया हो गया था। कुछ कारणों से उन्हें अब फिर 10 हजार रुपये मिल रहा है।
महंगाई में वे आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। बच्चों की शिक्षा दीक्षा
नहीं दिला पा रहे। व्यवहारिक रूप से शिक्षामित्र और अध्यापकों का कार्य एक
जैसा है। कई विद्यालय तो सिर्फ शिक्षामित्रों के सहारे चल रहे हैं। प्रदेश
में इनकी संख्या लगभग पौने दो लाख है। 10 हजार मानदेय में भरण पोषण संभव
नहीं है। विधायक ने सरकार से मांग की कि मानदेय 20 हजार किया जाए।
नियम-301 के तहत विधानसभा अध्यक्ष को दिए नोटिस में कहा कि पहले शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का दर्जा मिलने से वेतन लगभग 40 हजार रुपया हो गया था। कुछ कारणों से उन्हें अब फिर 10 हजार रुपये मिल रहा है।