38 शिक्षकों के लिखकर देने के बाद एलयू ने बढ़ाई आठ सीटें

 एलयू शिक्षक संघ (लूटा) के ओर से पीएचडी सीटों को लेकर दर्ज की गई आपत्ति के बाद एलयू प्रशासन ने 8 सीटों की बढ़ोत्तरी की है. लूटा की डिमांड पर एलयू ने शर्त के साथ पीएचडी सीटें बढ़ाने का आश्वासन दिया था.
इसके तहत तीन साल में रिटायर्ड हो रहे शिक्षकों को लिखकर देना था कि वह अपने पूर्व से चली आ रही पीएचडी को अगले छह महीने में पूर्व करा लेंगे. एलयू के इस शर्त को पूरा करने के लिए 38 शिक्षकों ने लिखित मे आश्वासन दिया था. जिसके बाद सभी शिक्षकों के लेटर को देखने के लिए पीएचडी की कुल सीटों में आठ की बढ़ोत्तरी की हैं.

विभागवार यह तय हुई है पीएचडी की सीटें

एलयू के प्रति कुलपति प्रो. राजकुमार सिंह ने बताया कि अपडेट सूची के अनुसार आर्ट फैकल्टी में एनसिएंट इंडियन हिस्ट्री एंड आर्कोलॉजी में 6, एंथ्रोपोलॉजी में 4, अरब कल्चर में 1, एरेबिक में 09, अर्थशास्त्र में 14 (इसमें लविवि को 13 और एक सीट महाराजा बिजली पासी पीजी कॉलेज को हैं). इसी तरह अंग्रेजी में एलयू में 15 व कॉलेजों के लिए 16 सीट निर्धारित की गई है.

कॉलेजों को भी मिली सीटें

इसमें जेएनपीजी कॉलेज कॉलेज को 6, एनकेवी को 4, अवध कॉलेज को 4 और महाराजा बिजली पासी कॉलेज को 2 सीटें मिली हैं. फ्रेंच में दो सीटें हैं. हिंदी में कुल 28 सीटें निर्धारित की गई हैं. जिसमें 10 एलयू को और 18 कॉलेजों की हैं. जेएनपीजी 10, बीएसएनवी 1, कालीचरण कॉलेज 1, मुमताज कॉलेज 1 और बिजली पासी कॉलेज की दो सीटें हैं.


जर्नलिज्म में एक सीट

मेडिवल और मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री में दो, पत्रकारिता में 1, लाइब्रेरी और इनफॉरमेशन साइंस में 2, लिग्विस्टिक्स में 4, ओरिएंटल संस्कृत 3, परशियन में 2, फिलोसफी में 15, शारीरिक शिक्षा में 2, पॉलिटिकल साइंस में 8, पॉपुलेशन एजूकेशन एंड रूरल डेवलेपमेंट में 2, साइकोलॉजी में 10, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 5, संस्कृत एवं प्राकृत भाषा में 9, सामाजिक कार्य में 6 सीटें तय की गई हैं. सोशोलाजी में कुल 32 सीटें रहेंगी. जिसमें 9 सीटें एलयू और 23 सीटें कॉलेजों को मिली हैं. इसके तहत जेएनपीजी कॉलेज को 8, कालीचरण पीजी कॉलेज को 2, एपीसेन कॉलेज को 2, बीएसएनवी को 2, शिया कॉलेज को 4, आइटी कॉलेज को 2 और नेता जी सुभाष चंद्र बोस कॉलेज की दो सीटें शामिल हैं.

कामर्स में कैंपस में नहीं एक भी सीट

कॉमर्स फैकल्टी के तहत एप्लाइड इकोनॉमिक्स में यूनिवर्सिटी को 12 और जेएनपीजी कॉलेज को 2 सीटें मिली हैं. एलयू ने शिक्षकों के लिखकर देने के बाद कॉमर्स में कैम्पस की एक भी सीटें नहीं बढ़ाई हैं. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में 7 सीट हैं. लॉ में 37, शिक्षा में 7, फाइन आर्ट्स में 7, साइस फैकल्टी में बायोकेमेस्ट्री में 6, बॉटनी में 23, ईवीएस में 4, केमेस्ट्री में यूनिवर्सिटी को 21 और कॉलेजों को सात सीट मिली हैं.