गोंडा। दीपावली से पहले मानदेय मिलने की खत्म हो रही उम्मीद शुक्रवार को एक
बार फिर जग गई है। शासन से 2643 शिक्षामित्रों और 474 अनुदेशकों के लिए
करीब तीन करोड़ का बजट जारी हो गया है। शासन से मिले बजट में सितंबर माह के
मानदेय का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है।
बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि दीपावली से पहले सितंबर का मानदेय दे दिया जाएगा। इसके साथ ही रसोइया का मानदेय भेजा जा चुका है। शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्र और अनुदेशक संघ के जिलाध्यक्ष स्वदेश मिश्र ने खुशी जताई। मानदेय की आवाज उठाने के लिए अमर उजाला का आभार जताया।
शुक्रवार के अंक में ही अमर उजाला ने चार हजार कर्मियों को सितंबर का नहीं
मिला वेतन, त्योहार फीका शीर्षक से खबर माई सिटी गोंडा के पेज वन पर
प्रमुखता से प्रकाशित किया था। शुक्रवार की दोपहर तक ही शिक्षामित्रों और
अनुदेशकों के सितंबर माह का मानदेय जारी होने का आदेश परियोजना निदेशक सर्व
शिक्षा अभियान विजय किरण आनंद ने जारी किया।
इससे शिक्षामित्रों और अनुदेशकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। गुरुवार तक बजट न मिलने से दीपावली से पहले मानदेय की उम्मीद छोड़ चुके शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की उम्मीदें एक बार फिर जाग गई। जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्र ने अमर उजाला का आभार जताया और शिक्षामित्रों के मानदेय न मिलने का दर्द उजागर करने का आभार जताया। कहा कि यह मानदेय शिक्षामित्रों के लिए काफी अहम है। 1
0 हजार रुपये महीने पर कार्य कर रहे शिक्षामित्रों के सामने त्योहार बनाना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ अक्तूबर का भी मानदेय जारी हो जाता तो अच्छा रहता। मांग किया कि अक्तूबर का मानदेय जल्द से जल्द जारी हो। शासन ने 10 हजार रुपये महीने की दर से 2643 शिक्षामित्रों को सितंबर का मानदेय देने के लिए 2.64 करोड़ रुपये और 474 अनुदेशकों के लिए 33 लाख 18 हजार रुपए का बजट जिले को दिया है। बजट मिलने के साथ ही मानदेय देने की तैयारी तेज हो गई है।
बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि दीपावली से पहले सितंबर का मानदेय दे दिया जाएगा। इसके साथ ही रसोइया का मानदेय भेजा जा चुका है। शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्र और अनुदेशक संघ के जिलाध्यक्ष स्वदेश मिश्र ने खुशी जताई। मानदेय की आवाज उठाने के लिए अमर उजाला का आभार जताया।
इससे शिक्षामित्रों और अनुदेशकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। गुरुवार तक बजट न मिलने से दीपावली से पहले मानदेय की उम्मीद छोड़ चुके शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की उम्मीदें एक बार फिर जाग गई। जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्र ने अमर उजाला का आभार जताया और शिक्षामित्रों के मानदेय न मिलने का दर्द उजागर करने का आभार जताया। कहा कि यह मानदेय शिक्षामित्रों के लिए काफी अहम है। 1
0 हजार रुपये महीने पर कार्य कर रहे शिक्षामित्रों के सामने त्योहार बनाना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ अक्तूबर का भी मानदेय जारी हो जाता तो अच्छा रहता। मांग किया कि अक्तूबर का मानदेय जल्द से जल्द जारी हो। शासन ने 10 हजार रुपये महीने की दर से 2643 शिक्षामित्रों को सितंबर का मानदेय देने के लिए 2.64 करोड़ रुपये और 474 अनुदेशकों के लिए 33 लाख 18 हजार रुपए का बजट जिले को दिया है। बजट मिलने के साथ ही मानदेय देने की तैयारी तेज हो गई है।