देश की शिक्षा व्यवस्था में कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुरुआत हो रही है स्टीम (STEAM) की। अधिकारियों का दावा है कि स्टीम लागू करने के मामले में मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा। अगर इसे सही तरीके से लागू किया जाता है, तो प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे करीब 1.21 लाख छात्रों को फायदा मिलेगा।
क्या है 'स्टीम'?
अंग्रेजी में स्टीम की स्पेलिंग है STEAM... इसका अर्थ है -
S - साइंस
T - टेक्नोलॉजी
E - इंजीनियरिंग
A - आर्ट्स
M - मैथेमेटिक्स
स्टीम एक तरह का पाठ्यक्रम है, जो स्टेम (STEM - Science, Technology, Engineering, Mathematics) से एक कदम आगे है। प्रदेश की स्कूली शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव रश्मि अरुण शामी ने कहा कि 'स्टीम करिकुलम समय की मांग है। इसकी मदद से छात्रों को वर्तमान समय के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा सकेगा।'
T - टेक्नोलॉजी
E - इंजीनियरिंग
A - आर्ट्स
M - मैथेमेटिक्स
स्टीम एक तरह का पाठ्यक्रम है, जो स्टेम (STEM - Science, Technology, Engineering, Mathematics) से एक कदम आगे है। प्रदेश की स्कूली शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव रश्मि अरुण शामी ने कहा कि 'स्टीम करिकुलम समय की मांग है। इसकी मदद से छात्रों को वर्तमान समय के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा सकेगा।'
अमेरिका, द. कोरिया के विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
स्कूलों के प्रमुख और शिक्षकों को शिक्षा के इस नए मॉडल के बारे में पूरी जानकारी दी जा सके, इसके लिए 30 और 31 अक्तूबर को भोपाल में एक कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। इसमें दिल्ली और कर्नाटक के अलावा अमेरिका और दक्षिण कोरिया में स्टीम मॉडल पर काम कर रहे विशेषज्ञ शामिल होंगे।
सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों को भी कॉन्फ्रेंस में बुलाया जाएगा। इन्हें विशेषज्ञ स्टीम के संबंध में प्रशिक्षण देंगे। अधिकारियों का कहना है कि कॉन्फ्रेंस के बाद राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के इस मॉडल को लागू करने की रणनीतियां व तरीके फाइनल किए जाएंगे।
सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों को भी कॉन्फ्रेंस में बुलाया जाएगा। इन्हें विशेषज्ञ स्टीम के संबंध में प्रशिक्षण देंगे। अधिकारियों का कहना है कि कॉन्फ्रेंस के बाद राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के इस मॉडल को लागू करने की रणनीतियां व तरीके फाइनल किए जाएंगे।