डुप्लीकेट अंकतालिका से नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच शुरु

फिरोजाबाद। डुप्लीकेट अंकतालिका से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। हाईस्कूल से लेकर बीएड तक के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। बीएसए अरविंद पाठक ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा है। इसके साथ ही ऐसे शिक्षकों की भर्ती के समय के संबंध में भी जानकारी मांगी गई है।

बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की जांच चल रही है। कई शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। अब एसे शिक्षक भी शक के दायरे में हैं जिन्होंने नौकरी पातेसमय डुप्लीकेट अंकतालिका का प्रयोग किया था। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के अलावा स्नातक, परास्नातक के साथ बीएड आदि की अंकतालिका जांची जा रही है। बीएसए ने एक प्रारूप भी तैयार किया है।
इसमें शिक्षकों की भर्ती से संबंधित सभी जानकारी खंड शिक्षाधिकारियों को अंकित करनी होगी। इसमें वर्ष 2010 से कार्यरत शिक्षकों की अंकतालिकाओं की जांच हो रही है। बीएसए अरविंद पाठक ने बताया कि शासन के आदेश पर जांच चल रही है। हमने खंड शिक्षाधिकारियों से ब्यौरा तलब किया है। इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। शासन निर्णय लेगा कि आखिर क्या करना है।
2010 से पहले के लगे हैं कई फर्जी शिक्षक
वर्ष 2010 से पूर्व में भर्ती हुए कई शिक्षकों ने फर्जीवाड़े से नौकरी हासिल की है। इन शिक्षकों ने नौकरी के समय दूसरी अंकतालिका का प्रयोग किया। जबकि सत्यापन के समय दूसरी अंकतालिका भेज दी। इससे सत्यापन भी सही आया और फर्जीवाड़े से नौकरी हासिल कर ली। ऐसे शिक्षकों में जांच से खलबली है।