शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की होगी जांच

मैनपुरी। वर्ष 2016 में बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गणित-विज्ञान विषय की सीधी शिक्षक भर्ती हुई थी। इसमें बड़ी संख्या में फर्जीवाड़े के आरोप लगे हैं। शासन में लगातार पहुंच रही शिकायतों के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। शासन ने बीएसए से जांच कर रिपोर्ट मांगी है।

बेसिक शिक्षा विभाग में एक के बाद एक शिक्षक भर्तियां जांच के घेरे में आ रही हैं। बीएड फर्जी डिग्री धारक शिक्षक बर्खास्त होने के बाद अब 29334 शिक्षक भर्ती एक बार फिर से जांच के घेरे में आ गई है। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत बड़ी संख्या में प्रोफेशनल कोर्स के सहारे अभ्यर्थियों ने नौकरी पाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे अभ्यर्थियों को पात्र नहीं माना है। जिले में भी इस भर्ती प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी गई है। आठ जनवरी तक जांच कर सूचना शासन को उपलब्ध कराई जानी है। माना जा रहा है कि प्रोफेशनल कोर्स से नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जाएंगी।
29334 शिक्षक भर्ती के तहत जिले में 340 पदों के सापेक्ष 293 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। जिले में इस भर्ती प्रक्रिया पर पूर्व में भी सवाल उठाए गए थे।
बिना-गणित विज्ञान से शिक्षक बनने वाले होंगे बर्खास्त
29334 शिक्षक भर्ती में जांच के बाद पता चलेगा कि स्नातक में किन शिक्षकों पर गणित-विज्ञान विषय नहीं था। जिन शिक्षकों पर गणित व विज्ञान नहीं पाया जाएगा उनकी बर्खास्तगी जांच के बाद की जाएगी।
आठ शिक्षक पूर्व में हो चुके हैं बर्खास्त
29334 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की वर्ष 2017 में पूर्व बीएसए रामकरन यादव ने जांच कराई थी। जांच के दौरान इस भर्ती प्रक्रिया में आठ शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए गए थे। इन शिक्षकों को पूर्व बीएसए रामकरन यादव ने बर्खास्त करते हुए इनके विरुद्ध थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
29334 शिक्षक भर्ती में शासन ने जो भी जानकारी मांगी है, वो भेजी जा रही है। आगे जैसे निर्देश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा।
विजय प्रताप सिंह बीएसए