69000 शिक्षक भर्ती : उम्र पर हौसला भारी, 50-52 वालों का भी चयन

यूपी में शुरू होने जा रही 69000 शिक्षकों की भर्ती के लिए जारी सूची में वाराणसी के 230 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। इसमें 52 वर्ष तक की आयु के अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इनमें ज्यादातर शिक्षामित्र हैं। हालांकि इन अभ्यर्थियों को 10 या 12 वर्ष ही शिक्षक के रूप में सेवा का मौका मिलेगा।
उन्होंने उम्मीदों की रेस में हौसले की जमीन पर पैर टिकाये रखा और अन्तत: सफल हुए। शिक्षाधिकारी उनके हौसले की दाद दे रहे हैं।
वाराणसी में 230 पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों में सबसे उम्रदराज हैं सूबेदार यादव। उनकी उम्र इस समय 52 वर्ष है। शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है। इस प्रकार उन्हें सिर्फ 10 साल की सेवा करने का मौका मिलेगा। इसी प्रकार एक अभ्यर्थी हैं जयशंकर। जन्मतिथि के हिसाब से इस समय उनकी आयु 50 वर्ष है। उन्हें 12 साल का ही मौका मिलेगा। 
इनके अलावा 45 से 50 वर्ष की आयु वाले भी चयनित हुए हैं। उनमें सिद्धेश्वर उपाध्याय, अशोक कुमार पांडेय, रामतीर्थ, जितेंद्र कुमार, रमेश प्रसाद, रीता पटेल, लीना सिंह, आनंद भाई पटेल, रीता श्रीवास्तव आदि शामिल हैं। इन सब की जन्म तिथि 1970, 1975 और 1973 के आसपास है। इनमें कई के बच्चे ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र हैं। 

ये सभी शिक्षामित्र हैं। अनुमान है कि बनारस के कुल 230 पदों में लगभग 70 चयनित अभ्यर्थी शिक्षामित्र संवर्ग के हैं। इन सभी को आयु सीमा में छूट और भारांक का लाभ मिला है। अधिकारियों का कहना है कि इस उम्र में भी उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की और सफलता प्राप्त की। इसलिए उनकी प्रशंसा करनी होगी। कई शिक्षामित्रों ने कोचिंग भी की थी, क्योंकि उनके लिए शिक्षक बनने का यह आखिरी मौका था।