उत्तर प्रदेश की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में फर्जीवाड़ा का खुलासा
करने वाले पूर्व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का तबादला हो चुका है,
लेकिन इस केस की जांच धीमी नहीं हुई है। एसटीएफ अब नकल माफिया पर शिकंजा
कसने के लिए अब उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट लेने की तैयारी में है।
वारंट मिलने के बाद आरोपियों की धरपकड़ करने में एसटीएफ को आसानी होगी। फरार आरोपियों के वारंट मिलते ही इन पर इनाम भी घोषित हो जाएगा।
प्रयागराज के पूर्व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पकंज 69000 सहायक शिक्षक भर्ती का खुलासा करने के साथ ही डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल समेत 11 आरोपियों को जेल भेज दिया था। इसके बाद केस की विवेचना एसटीएफ को ट्रांसफर की गई। जांच मिलने के बाद एसटीएफ ने केस में वांछित स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव, वसूली एजेंट मायावती दुबे और एजेंट दुर्गेश समेत अन्य की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी गई। धूमननगंज, कौशांबी, प्रतापगढ़ और भदोही जिले में इनकी तलाश में एसटीएफ गइई लेकिन कोई भी आरोपी अभी तक पकड़ा नहीं गया। ऐसे में इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
वारंट मिलने के बाद आरोपियों की धरपकड़ करने में एसटीएफ को आसानी होगी। फरार आरोपियों के वारंट मिलते ही इन पर इनाम भी घोषित हो जाएगा।
प्रयागराज के पूर्व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पकंज 69000 सहायक शिक्षक भर्ती का खुलासा करने के साथ ही डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल समेत 11 आरोपियों को जेल भेज दिया था। इसके बाद केस की विवेचना एसटीएफ को ट्रांसफर की गई। जांच मिलने के बाद एसटीएफ ने केस में वांछित स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव, वसूली एजेंट मायावती दुबे और एजेंट दुर्गेश समेत अन्य की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी गई। धूमननगंज, कौशांबी, प्रतापगढ़ और भदोही जिले में इनकी तलाश में एसटीएफ गइई लेकिन कोई भी आरोपी अभी तक पकड़ा नहीं गया। ऐसे में इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी शुरू कर दी है।