लखनऊ. (69000 UP Shikshak Bharti) उत्तर प्रदेश की
69000 शिक्षक भर्ती में वेटेज अंक देने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट
में याचिका दाखिल हुई है। इस मामले में हाईकोर्ट ने अनुदेशकों को भारांक न
देने के मामले में भी राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
आपको बता दें कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ा रहे अनुदेशकों ने भी शिक्षक भर्ती में वेटेज अंक दिए जाने की मांग की है। उनका तर्क है कि सभी अनुदेशकों को 2.5 अंक हर साल के हिसाब से भारांक (वेटेज नंबर) दिया जाए। अनूप कुमार समेत कई अनुदेशकों की ओर से इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई को होगी। जिसके बाद राज्य सरकार इस संबंध में अपना पक्ष रखेगी।
शिक्षामित्रों को वेटेज तो हमें क्यों नहीं?
हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि याचियों ने टीईटी और सुपर टीईटी की परीक्षाएं पास की हैं। सरकार ने सुपर टीईटी पास शिक्षामित्रों को 2.5 अंक का भारांक देने का निर्णय लिया है, लेकिन अनुदेशकों को वेटेज अंक नहीं दिया जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की एकल पीठ में इस मामले पर सुनवाई हुई। जिसके बाद कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब किया। मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई को होना तय हुआ है।
आपको बता दें कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ा रहे अनुदेशकों ने भी शिक्षक भर्ती में वेटेज अंक दिए जाने की मांग की है। उनका तर्क है कि सभी अनुदेशकों को 2.5 अंक हर साल के हिसाब से भारांक (वेटेज नंबर) दिया जाए। अनूप कुमार समेत कई अनुदेशकों की ओर से इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई को होगी। जिसके बाद राज्य सरकार इस संबंध में अपना पक्ष रखेगी।
शिक्षामित्रों को वेटेज तो हमें क्यों नहीं?
हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि याचियों ने टीईटी और सुपर टीईटी की परीक्षाएं पास की हैं। सरकार ने सुपर टीईटी पास शिक्षामित्रों को 2.5 अंक का भारांक देने का निर्णय लिया है, लेकिन अनुदेशकों को वेटेज अंक नहीं दिया जा रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की एकल पीठ में इस मामले पर सुनवाई हुई। जिसके बाद कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब किया। मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई को होना तय हुआ है।