बेसिक शिक्षा परिषद ने प्राथमिक स्कूलों के लिए 36590 पदों की सूची में चयनितों के आवंटित जिले में दूसरी बार भी बदलाव नहीं किया है। 67867 पदों की सूची में जिस अभ्यर्थी को जो जिला आवंटित हुआ था, उन्हें उसी जिले में भेजा गया है। मनचाहा जिला देने में प्रदेश के पांच जिलों में सारी सीटें भर चुकी हैं, वहीं सीतापुर सहित कई ऐसे भी जिले हैं जहां अधिकांश सीटें अब काउंसिलिंग कराकर भरेंगी।
69000 पदों की शिक्षक भर्ती का जिला आवंटन एक जून को किया गया था। उस समय 67867 अभ्यर्थियों में से अधिकांश को मनचाहा जिला मिल गया था। शीर्ष कोर्ट के आदेश से भर्ती के कुल पदों पर दो चरण में चयन हुआ है। दोनों बार एक ही सूची से चयनितों का जिला आवंटन किया गया। परिषद का दावा है कि किसी भी अभ्यर्थी का जिला आवंटन बदला नहीं गया है। यह जरूर है कि दूसरी चयन सूची में पुरुषों का चयन अधिक हुआ है। सूची में 19027 पुरुष तो 17563 महिलाओं को जगह मिली है।
कोर्ट ने रोके थे ये पद
शीर्ष कोर्ट ने 21 मई को भर्ती के 37339 पदों को छोड़कर शेष पदों पर भर्ती करने के लिए राज्य सरकार को छूट दी थी। भर्ती की लिखित परीक्षा में 45357 शिक्षामित्रों ने आवेदन किया था। उनमें से 8018 शिक्षामित्र उत्तीर्ण हो गए, बाकी चयन से दूर हैं। इतने पद रोकने की वजह शिक्षामित्रों से जुड़ी याचिका थी। शिक्षामित्र 69000 भर्ती का कटआफ अंक बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे थे, वे 68500 भर्ती की तरह कटऑफ की मांग कर रहे थे। इसे शीर्ष कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
इन जिलों में पदों की भरमार
परिषद सचिव ने बताया कि जिला आवंटन सूची के अनुसार सीतापुर में 2014, कुशीनगर में 1935, आगरा में 130, लखीमपुर खीरी में 1716, महराजगंज में 1328, अलीगढ़ 643, अमेठी 523, बलिया 909, बलरामपुर 350, बरेली 490, बस्ती 920, बिजनौर 231, इटावा 234, गोरखपुर 647 का आवंटन हुआ।
यहां दूसरे चरण की काउंसिलिंग नहीं
जिलावार आवंटन में लखनऊ, मऊ, गाजियाबाद, वाराणसी और बागपत के सारे पद पहले चरण में ही भर चुके हैं। यहां दूसरे चरण की काउंसिलिंग नहीं होगी।
इन जिलों में बहुत कम चयनित
उन्नाव 145, अयोध्या 123, अंबेडकर नगर 62, कानपुर देहात 41, प्रयागराज में महज तीन को आवंटित हुआ है।