प्रयागराज : 15 दिनों में उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने दो महत्वपूर्ण भर्तियां निरस्त कर दी। फर्जीवाड़ा होने के आरोप में 23 अगस्त को अपर निजी सचिव (एपीएस)-2013 की भर्ती निरस्त की गई। इसका नया विज्ञापन
निकलने से पहले अब सात सितंबर को प्राविधिक शिक्षा विभाग (डिप्लोमा सेक्टर) के अंतर्गत राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं में प्रधानाचार्य व प्रवक्ता की भर्ती निरस्त कर दी गई। दोनों भर्तियों का नया विज्ञापन निकाला जाएगा। अभ्यर्थियों को नए सिरे से आवेदन करना पड़ेगा। आयोग ने अभ्यर्थियों को आयुसीमा में छूट देने की बात कही है। इसके बावजूद अभ्यर्थी खुद के भविष्य को लेकर सशंकित हैं, क्योंकि नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया पूरी होने का रास्ता उन्हें लंबा प्रतीत हो रहा है।लोकसेवा आयोग ने 2013 में एपीएस की 176 पदों की भर्ती निकाली थी। इसमें लिखित परीक्षा, टाइप टेस्ट व शार्टहैंड टेस्ट पूरा हो गया था। सिर्फ कंप्यूटर टाइप टेस्ट बाकी था, इसके पहले आयोग ने भर्ती निरस्त कर दी। आरोप लगा कि भर्ती में नियम विरुद्ध टाइप टेस्ट व शार्टहैंड में आठ-आठ प्रतिशत की छूट दी गई। अंक पत्र व प्रमाण पत्र भी फर्जी लगाने का आरोप लगा। आयोग नए सिरे से विज्ञापन जारी करके भर्ती कराएगा। इससे अंतिम चरण की कम्प्यूटर ज्ञान परीक्षा के लिए सफल 1044 अभ्यíथयों को बड़ा झटका लगा है।
वहीं, अब प्राविधिक शिक्षा विभाग (डिप्लोमा सेक्टर) के अंतर्गत राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं में प्रधानाचार्य व प्रवक्ता की 1370 पदों की भर्ती निरस्त कर दी गई है। इसे आल इंडिया काउंसिल आफ टेक्निकल एजूकेशन की नियमावली में बदलाव होने के कारण निरस्त किया गया है। भर्ती का विज्ञापन 2017-18 में जारी हुआ था। भर्ती में डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। आयोग के सचिव जगदीश ने कहा है कि दोनों निरस्त भर्तियों का नया विज्ञापन जल्द निकाला जाएगा।