प्रयागराज : फर्जी अभिलेखों पर शिक्षक की नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला प्रकरण उजागर होने के बाद विभाग ने सभी अध्यापकों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की। बावजूद इसके छावनी परिषद के
विद्यालयों में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं हो रहा है। आरटीआइ एक्टिविस्ट रवि ने आरटीआइ के तहत छावनी परिषद से पूछा, क्या उसके अंतर्गत संचालित विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति के बाद प्रमाण पत्रों के सत्यापन नियमानुसार कराए गए। छावनी परिषद के केंद्रीय जनसूचना अधिकारी राकेश चंद्र केसरवानी ने लिखित रूप से बताया कि संबंधित सेवा पंजिका में सत्यापन के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। इस संदर्भ में जब एक शिकायती पत्र मुख्य अधिशासी अधिकारी छावनी परिषद को दिया गया तो उन्होंने कोविड-19 का हवाला देते हुए जांच ठंडे बस्ते में डाल दी।