आवश्यक सूचना
रोजाना सैकड़ों साथियों के फोन आते हैं
● *कि हम विधालय नहीं जाएंगे । -यह गलत है हमें विधालय किसी कीमत पर नहीं छोड़ना है । विधालय जाएँ और पठन पाठन कर विधालय का शैक्षिक वातावरण बनाएँ ।
क्योंकि हमारे विरोधी यही चाहते हैं कि शिक्षामित्र विधालय भूलकर हमेशा हमेशा के लिए अपने घरों में कैद हो जाए।
● विधालय जाएँ तो किस पद पर जाएँ - आपको अभी तक विभाग ने अथवा शासन ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है । पद जो भी हो आपको कार्य शिक्षण ही कराना है।
● 10 हजार में हमारा गुजारा नहीं होगा। - इसकी गंभीरता पर मंथन चल रहा है ।
● टैट की तैयारी करें न करें क्या करें ।- वेशक वेहतरीन तरीके से करें मगर आगामी कोई भी धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन हो तो उसमें भी हर हाल में पहुँचे ।
● सगंठन क्या कर रहा है । सरकार क्या रही है।- सगंठन जितना हो सकता है कर रहा है चाहे जैसे भी हो मगर सरकार 100 % राजनीति कर रही है।
● सरकार शिक्षामित्रों को जब हर डाइट पर कराएगी टैट की निःशुल्क कोचिंग तो हम क्यों करें प्राइवेट कोचिंग - हर शिक्षामित्र जानता है कि यह सरकार की ढौंगी एवं झूठी सहानुभूति है । डाइट पर कितनी अच्छी पढ़ाई होती है और कितना अनुशासन होता है यह शिक्षामित्रों से छिपा नहीं है अतः यह केवल दिखावा है जिससे सरकार कहे कि हमने शिक्षामित्रों की मदद की।
महत्वपूर्ण समस्या कि जब हर गतिविधी की जानकारी पल पल पर आपको दी जा रही है फिर भी हमारे सैकड़ों साथी फौन करके विस्तृत जानकारी चाहते हैं जो फौन पर संभव नहीं है । जिन साथियों पर ऐन्डरोइड मोबाइल/ आधुनिक मोबाइल फौन नहीं है वह अपने अन्य साथियों से सम्पर्क किया करें ।
आदि ऐसे अनसुलझे प्रश्न एवं सबाल हैं जो हमारे साथियों को भ्रमित कर दुखी कर रहे हैं जिसके सन्दर्भ में सगंठन अतिशीघ्र ही आपसे प्रत्यक्ष रूप से रूवरू होगा। क्योंकि अधिकांश प्रश्न एवं सबाल ऐसे हैं जिनके जबाब मैं सोशल मीडिया पर देना उचित नहीं समझता । जिससे आपको एवं हमें नई समस्या का सामना न करना पड़े ।
आपका
राजेश गुप्ता
मंडल अध्यक्ष अलीगढ़ - UPPSMS
संयोजक- सयुंक्त शिक्षामित्र सघंर्ष समिति एटा
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
रोजाना सैकड़ों साथियों के फोन आते हैं
● *कि हम विधालय नहीं जाएंगे । -यह गलत है हमें विधालय किसी कीमत पर नहीं छोड़ना है । विधालय जाएँ और पठन पाठन कर विधालय का शैक्षिक वातावरण बनाएँ ।
क्योंकि हमारे विरोधी यही चाहते हैं कि शिक्षामित्र विधालय भूलकर हमेशा हमेशा के लिए अपने घरों में कैद हो जाए।
● विधालय जाएँ तो किस पद पर जाएँ - आपको अभी तक विभाग ने अथवा शासन ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है । पद जो भी हो आपको कार्य शिक्षण ही कराना है।
● 10 हजार में हमारा गुजारा नहीं होगा। - इसकी गंभीरता पर मंथन चल रहा है ।
● टैट की तैयारी करें न करें क्या करें ।- वेशक वेहतरीन तरीके से करें मगर आगामी कोई भी धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन हो तो उसमें भी हर हाल में पहुँचे ।
● सगंठन क्या कर रहा है । सरकार क्या रही है।- सगंठन जितना हो सकता है कर रहा है चाहे जैसे भी हो मगर सरकार 100 % राजनीति कर रही है।
● सरकार शिक्षामित्रों को जब हर डाइट पर कराएगी टैट की निःशुल्क कोचिंग तो हम क्यों करें प्राइवेट कोचिंग - हर शिक्षामित्र जानता है कि यह सरकार की ढौंगी एवं झूठी सहानुभूति है । डाइट पर कितनी अच्छी पढ़ाई होती है और कितना अनुशासन होता है यह शिक्षामित्रों से छिपा नहीं है अतः यह केवल दिखावा है जिससे सरकार कहे कि हमने शिक्षामित्रों की मदद की।
महत्वपूर्ण समस्या कि जब हर गतिविधी की जानकारी पल पल पर आपको दी जा रही है फिर भी हमारे सैकड़ों साथी फौन करके विस्तृत जानकारी चाहते हैं जो फौन पर संभव नहीं है । जिन साथियों पर ऐन्डरोइड मोबाइल/ आधुनिक मोबाइल फौन नहीं है वह अपने अन्य साथियों से सम्पर्क किया करें ।
आदि ऐसे अनसुलझे प्रश्न एवं सबाल हैं जो हमारे साथियों को भ्रमित कर दुखी कर रहे हैं जिसके सन्दर्भ में सगंठन अतिशीघ्र ही आपसे प्रत्यक्ष रूप से रूवरू होगा। क्योंकि अधिकांश प्रश्न एवं सबाल ऐसे हैं जिनके जबाब मैं सोशल मीडिया पर देना उचित नहीं समझता । जिससे आपको एवं हमें नई समस्या का सामना न करना पड़े ।
आपका
राजेश गुप्ता
मंडल अध्यक्ष अलीगढ़ - UPPSMS
संयोजक- सयुंक्त शिक्षामित्र सघंर्ष समिति एटा
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