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UPTET: यूपी-टीईटी 2017 की ऐसे करे तैयारी सफलता शत प्रतिशत मिलेंगी

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2017 (यूपी-टीईटी) 15 अक्टूबर को होने वाली है। ऐसे समय में सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक को दोहराने की सलाह जाती है, यह सही समय है जब आपको अपने पेपर में सफल होने के लिए सफल रणनीति बना लेनी चाहिए।
परीक्षा प्रश्नों का स्तर
परीक्षा 150 अंकों की होगी, जिन्हें 150 मिनट में करना होगा। यानी एक सवाल पर एक मिनट मिलेगा। सभी प्रश्न चार विकल्प वाले यानी बहुविकल्पीय होंगे। टीईटी परीक्षा प्राथमिक एवं जूनियर स्तर के लिए अलग-अलग हो रही है। दोनों परीक्षाओं में पांच खंड होंगे। जूनियर स्तर की परीक्षा में यह बदलाव किया गया है कि गणित व विज्ञान शिक्षक के लिए संबंधित विषय की परीक्षा देनी होगी, बाकी अभ्यर्थियों को सिर्फ सामाजिक अध्ययन के 60 सवालों का जवाब देना होगा। अमूमन अभ्यर्थी शिक्षण विधि, भाषा के सवाल आसानी से कर लेते हैं, लेकिन गणित व पर्यावरण अध्ययन के सवाल जरूर परेशान करते हैं। इन्हीं दोनों विषयों के सवाल ही टीईटी की मेरिट भी तय करेंगे। खास बात यह है कि प्राथमिक एवं जूनियर स्तर की परीक्षा में सभी सवाल इंटर स्तर के होंगे, लेकिन उसमें भी अंतर उम्र का रखा गया है। निर्देशिका में कहा गया है कि प्राथमिक की परीक्षा में 6 से 11 वर्ष एवं जूनियर की परीक्षा में 11 से 14 वर्ष तक के बच्चों को ध्यान में रखकर समस्या समाधान एवं शिक्षण विधियों के प्रश्न होंगे। प्रा. एवं जूनि. स्तर परीक्षा में प्रश्न इंटर स्तर के होंगे, एनसीईआरटी की कक्षा एक से आठ तक की पुस्तकों से भी होंगे प्रश्न। अगर आपने अभी तक एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी नहीं की है, तो अब आप केवल अभ्यास प्रश्न हल कर सकते है, इनसे भी आपको लाभ मिलेगा।

एक सप्ताह पहले क्या पढ़ें

परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें – आप परीक्षा पैटर्न और सिलेबस के अनुसार ही परीक्षा की तैयारी करें। परीक्षा में सफलता पाने की कुंजी यही है आप परीक्षा के स्वरूप को समझें। साथ ही आपको ये समझना होगा कि भर्ती विभाग उस पद के लिए किन मानकों को देखना चाहते हैं।

प्रश्नों को हल करने में लगने वाला समय रिकॉर्ड करें

जब भी आप प्रश्नों को हल करें तो उन्हें हल करने में जो समय लग रहा उसे रिकॉर्ड करें। इससे आपको ज्ञात हो जाएगा कि आपको कौन सा भाग परीक्षा में पहले करना हैं और साथ ही आप सवालों को हल करने की गति भी बढ़ा सकते है।

अपनी क्षमता को जानें

दिन में अलग- अलग समय पर हर व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक ऊर्ज़ा का स्तर अलग हो सकता है। उदाहरण के तौर पर कुछ लोग सुबह के समय ज्यादा ताजा और ऊर्जावान महसूस करते हैं तो कुछ लोग शाम को या फिर रात के समय। कुछ लोगों को सुबह उठ कर पढ़ा हुआ ज्यादा याद रहता है तो कुछ को देर रात को पढ़ा हुआ, तो जिस समय आप अपने को ज्यादा ताज़ा और ऊर्ज़ावान महसूस करते हैं, वह समय आप अपनी पढ़ाई के लिए रखें।

तनाव मुक्त रहें
यदि आप परीक्षा की तैयारी करते समय हमेशा तनाव मुक्त रहेगे , तो आप अपनी मंजिल बिना परेशान हुए पा सके।

मॉक टेस्ट के द्वारा अभ्यास करें

परीक्षा से पहले प्रतिदिन मॉक टेस्ट ज़रूर ले। परीक्षा से पहले अगर आप प्रतिदिन मॉक टेस्ट लेते हैं तो आपको परीक्षा देते समय आनी वाली परेशानियां पता चल जाएगी जिनमें आप प्रयास करके सुधार कर सकते। मॉक टेस्ट उसी प्रकार से तैयार किए जाते हैं जिस तरह से पेपर आता है जब आप मॉक टेस्ट के द्वारा परीक्षा की तैयारी करते हैं तो आपको ये ज्ञात हो जाता है कि आपको किस भाग में परेशानी आ रही है जिसे आपको दूर करना है।
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