यूपीः नौ नवंबर तक 34 हजार प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति
इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता प्रशिक्षु शिक्षकों ने 31 अक्तूबर तक प्राथमिक स्कूलों में मौलिक नियुक्ति देने की मांग की है। शिक्षा निदेशालय में सोमवार से बेमियादी धरने पर बैठे प्रशिक्षुओं ने 9 नवंबर तक नियुक्ति पत्र देने के प्रस्ताव को नामंजूर करते हुए धरने को जारी रखने का निर्णय लिया है।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने शासन से अनुमति मिलने के बाद बुधवार को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर 25 अक्तूबर तक विज्ञापन निकालने और उसके 15 दिन के अंदर यानि 9 नवम्बर तक नियुक्ति की कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया था।
लेकिन प्रदेशभर से जुटे एक हजार से अधिक प्रशिक्षुओं ने यह प्रस्ताव मानने से इनकार कर दिया। कार्य बहिष्कार कर धरना दे रहे प्रशिक्षु शिक्षकों का कहना है कि उन्हें हर हाल में 31 अक्तूबर तक मौलिक नियुक्ति का पत्र मिलना चाहिए। 25 अक्तूबर की बजाय बीएसए दो दिन के अंदर विज्ञापन जारी करें।
आरोप लगाया कि सरकार इनकी मौलिक नियुक्ति में जान-बूझकर देरी कर रही है ताकि वे 15 हजार सहायक अध्यापकों से वरिष्ठता में नीचे हो जाए। बढ़ते दबाव के बीच सचिव संजय सिन्हा ने खुद भीड़ के बीच जाकर समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रशिक्षुओं ने धरना समाप्त करने से इनकार कर दिया।
धरने की अगुवाई कर रहे शिव कुमार पाठक का कहना है कि 31 अक्तूबर तक नियुक्ति पत्र का आदेश नहीं जारी होने तक धरना जारी रहेगा। विभिन्न जिलों से प्रशिक्षुओं के आने का सिलसिला जारी है।
एसके पाठक की बहाली पर बहस
प्रशिक्षु शिक्षकों की अगुवाई कर रहे शिव कुमार पाठक की बहाली को लेकर भी खूब बहस हुई। प्रदर्शनकारी हाईकोर्ट से स्थगनादेश मिलने के बाद सुल्तानपुर बीएसए को बहाली आदेश देने की मांग सचिव से कर रहे थे। लेकिन सचिव ने हाईकोर्ट के मामले में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया। सचिव का कहना था कि प्रशिक्षु शिक्षकों के ऐसे प्रकरण की उनकी जिम्मेदारी नहीं है
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता प्रशिक्षु शिक्षकों ने 31 अक्तूबर तक प्राथमिक स्कूलों में मौलिक नियुक्ति देने की मांग की है। शिक्षा निदेशालय में सोमवार से बेमियादी धरने पर बैठे प्रशिक्षुओं ने 9 नवंबर तक नियुक्ति पत्र देने के प्रस्ताव को नामंजूर करते हुए धरने को जारी रखने का निर्णय लिया है।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने शासन से अनुमति मिलने के बाद बुधवार को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर 25 अक्तूबर तक विज्ञापन निकालने और उसके 15 दिन के अंदर यानि 9 नवम्बर तक नियुक्ति की कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया था।
लेकिन प्रदेशभर से जुटे एक हजार से अधिक प्रशिक्षुओं ने यह प्रस्ताव मानने से इनकार कर दिया। कार्य बहिष्कार कर धरना दे रहे प्रशिक्षु शिक्षकों का कहना है कि उन्हें हर हाल में 31 अक्तूबर तक मौलिक नियुक्ति का पत्र मिलना चाहिए। 25 अक्तूबर की बजाय बीएसए दो दिन के अंदर विज्ञापन जारी करें।
आरोप लगाया कि सरकार इनकी मौलिक नियुक्ति में जान-बूझकर देरी कर रही है ताकि वे 15 हजार सहायक अध्यापकों से वरिष्ठता में नीचे हो जाए। बढ़ते दबाव के बीच सचिव संजय सिन्हा ने खुद भीड़ के बीच जाकर समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रशिक्षुओं ने धरना समाप्त करने से इनकार कर दिया।
धरने की अगुवाई कर रहे शिव कुमार पाठक का कहना है कि 31 अक्तूबर तक नियुक्ति पत्र का आदेश नहीं जारी होने तक धरना जारी रहेगा। विभिन्न जिलों से प्रशिक्षुओं के आने का सिलसिला जारी है।
एसके पाठक की बहाली पर बहस
प्रशिक्षु शिक्षकों की अगुवाई कर रहे शिव कुमार पाठक की बहाली को लेकर भी खूब बहस हुई। प्रदर्शनकारी हाईकोर्ट से स्थगनादेश मिलने के बाद सुल्तानपुर बीएसए को बहाली आदेश देने की मांग सचिव से कर रहे थे। लेकिन सचिव ने हाईकोर्ट के मामले में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया। सचिव का कहना था कि प्रशिक्षु शिक्षकों के ऐसे प्रकरण की उनकी जिम्मेदारी नहीं है
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