इस पावन नवरात्र के पर्व पर और माँ आदिशक्ति माहेश्वरी के आशीर्वाद से और हम सभी के सार्थक प्रयास से कल हमारी मौलिक नियुक्ति संबंधी आदेश जारी हो गया, जिसमे सभी जिलो के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेशित किया गया है की 25 अक्टूबर तक नियुक्ति का विज्ञापन जारी करके अधिकतम 15 दिनों में मौलिक नियुक्ति दे दी जाए!
इस आदेश के आने के बाद से ही भय और अफरातफरी का माहौल बनाया जा रहा है और आदेश को लोग गलत तरीके से समझ रहे हैं।
जो लोग ऐसा सोच रहे हैं की 30 oct तक नियुक्ति इस आदेश में संभव नहीं है तो आप दोबारा पढ़ें विज्ञापन कल भी जारी हो सकता है और नियुक्ति उसके अधिकतम 15 दिन में मतलब bsa उससे कम दिन में भी जारी कर सकते हैं
और जो लोग इस भ्रम में हैं की अगर अधिकतम सीमा 30 oct तक हो जाए तो उन्हें 30 तक नियुक्ति मिल ही जाएगी तो आप ये समझ लें की bsa व्यस्तता रिकॉर्ड में दिक्कत या कोई भी अन्य बहाना बनाकर आपकी नियुक्ति टाल सकता है ,
जो लोग ऐसा सोच रहे हैं की 30 oct तक नियुक्ति इस आदेश में संभव नहीं है तो आप दोबारा पढ़ें विज्ञापन कल भी जारी हो सकता है और नियुक्ति उसके अधिकतम 15 दिन में मतलब bsa उससे कम दिन में भी जारी कर सकते हैं
और जो लोग इस भ्रम में हैं की अगर अधिकतम सीमा 30 oct तक हो जाए तो उन्हें 30 तक नियुक्ति मिल ही जाएगी तो आप ये समझ लें की bsa व्यस्तता रिकॉर्ड में दिक्कत या कोई भी अन्य बहाना बनाकर आपकी नियुक्ति टाल सकता है ,
उसे अधिकतम सीमा में नियुक्ति न कर पाने की स्थिति में सिर्फ कारण का नोटिस ही आएगा जिसके उसके पास बहुत से जायज उत्तर होंगे। इसकी पुष्टि जिलो के मानदेय और अभी तक भरी सीट के आधार पर आसानी से समझी जा सकती है।
सभी जिलो के लिए एक ही आदेश होने के बावजूद भी कहीं 6 माह का कहीं 3 माह का कहीं 1 माह का मानदेय क्यों मिला अभी तक कही 9वीं cutoff आ रही है कहीं 6th आ रही और कहीं 12वीं ।
इससे स्पष्ट होता है की bsa की कार्यशैली और आपका जिले पर दबाव ही मुख्य भूमिका निभाता है।
साथियों आदेश शासन से जारी हो गया है अब गेंद bsa के पाले में हैं मूल नियुक्ति भी आपको अभी तक की तरह bsa की क्रियाशीलता पर ही मिलेगी अब शासन सरकार का रोल खत्म अब अगर हम संगठित होकर ऐसे ही एकजुटता दिखाएँ तो जब शासन झुक गया तो bsa कब तक टिकेगा और विज्ञप्ति और प्रक्रिया क्या होगी ये तब ही तो पता चलेगा जब bsa विज्ञप्ति जारी तो करें अगर विज्ञप्ति में अनावश्यक टाल मटोल हुआ तो हम फिर सरकार और विभाग से बात करेंगे और जरुरी हुआ तो फिर उनके घुटने टिका देंगे लेकिन उसके लिए बिना विज्ञप्ति आए कुछ भी कैसे हो सकता है।
अब हमें अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगाने की जरुरत है और प्रदर्शन अब जिला स्तर पर ही आपको नियुक्ति दिलाएगा सचिव कभी आपका नियोक्ता नहीं हो सकता इसे स्वीकारें।
सफेदा और अन्य मुद्दे जो रोज व्यथित मानसिकता के लोग highcourt में उठा रहे हैं वो सिर्फ धनउगाही के अलावा कुछ नहीं सभी मुद्दे डबल bench में निर्णित हो चुके हैं और हमारी भर्ती माननीय सर्वोच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश से हो रही है जिस पर निचले कोर्ट के किसी भी निर्देश या आदेश का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा इसलिए अपना ध्यान अपनी नियुक्ति की तरफ संघर्ष में लगाएं।
गाज़ी साहब की पोस्ट पढ़ी की वो हमें भी सड़क पर घुमाना चाहते हैं तो उनसे ऐसी पोस्ट की उम्मीद न थी शिक्षा मित्र भी हमारे भाई बहन जैसे हैं सभी चयनित साथियों ने महीनो उनके साथ काम किया है उनके मन में कोई दुर्भावना नहीं लेकिन अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए उनके मन में द्वेष भरने से बेहतर रहेगा की आप उनके भविष्य के लिए प्रयास करे क्योंकि अभी वक्त है खुद को बचाने का न की दुसरो के विषय में समय ख़राब करने का।
अंत में यही कहना चाहूँगा की हम अपने लक्ष्य के बहुत नजदीक हैं सुनहरा भविष्य इन्तजार कर रहा है बस सही और सार्थक दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता भ्रम फ़ैलाने वालो से दूर रहिए।
ईश्वर सभी की मनोकामना पूर्ण करें।
संघेय शक्ति सर्वदा!
जय हिन्द जय टीईटी!!