केंद्र ने मांगा उप्र के बेरोजगारों का आंकड़ा, मिलेगी नौकरी : श्रम एवं
सेवायोजन महानिदेशालय की ओर से मांगा गया ब्यौरा देने की कवायद शुरू हो गई
लखनऊ (जितेंद्र उपाध्याय)। अधिक से अधिक नौकरी देने के लिए
बेरोजगारों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश
के सेवायोजन कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या मांगी है। श्रम
एवं सेवायोजन महानिदेशालय की ओर से मांगा गया ब्यौरा देने की कवायद शुरू हो
गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारों को रोजगार देने के
लिए राष्ट्रीय करियर सर्विस (एनसीएस) का गठन किया है। इसके तहत देशभर में
अब तक 45,000 बेरोजगार नौकरी पा चुके हैं। केंद्र सरकार की पहल पर श्रम एवं
सेवायोजन के महानिदेशक शंकर अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की
संख्या और उनकी आयु सीमा व योग्यता का डाटा मांगा है। प्रशिक्षण एवं
सेवायोजन निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने प्रदेश के सभी सेवायोजन कार्यालयों के
सहायक निदेशकों और सेवायोजन अधिकारियों से डाटा वेबपोर्टल पर अपलोड करने के
निर्देश दिए हैं।
सीधे मिलेगी नौकरी
राष्ट्रीय करियर सर्विस के तहत अब तक 2.66 करोड़ बेरोजगार
पंजीकृत हुए हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 72,65,834 बेरोजगार पंजीकृत
हैं। केंद्र के डाटा बेस से जुडऩे से प्रदेश के बेरोजगारों को नौकरी के
अधिक अवसर मिलेंगे। एनसीएस से जुडऩे पर बेरोजगारों की संख्या के साथ उनकी
उम्र, योग्यता के साथ मोबाइल नंबर ऑनलाइन एनसीएस पर मिल जाएगा। नौकरी देने
वाली संस्थाएं सीधे बेरोजगारों को नौकरी के लिए कॉल करेंगी। डाटा बेस श्रम
एवं सेवायोजन महानिदेशालय के पास रहेगा। प्रदेश के सभी 92 सेवायोजन
कार्यालयों पंजीकृत बेरोजगारों के आंकड़ों को ऑनलाइन करने की कवायद चल रही
है लेकिन सर्वर की धीमी चाल से अधिकारी परेशान हैं।
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