लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी सरकार का मानना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने जो जवाब दिया है, उससे
शिक्षामित्रों का कोई भला होने वाला नहीं है।
इसलिए शिक्षामित्रों
को सहायक अध्यापक
बनाने के लिए एनसीटीई
को दोबारा चिट्ठी
लिखी जाएगी और उन्हें
टीईटी से छूट दिलाने
की मांग की जाएगी।
एनसीटीई के सदस्य
सचिव जुगलाल सिंह के
पत्र मुख्य सचिव आलोक
रंजन ने बुधवार को
बेसिक शिक्षा विभाग के
अफसरों के साथ लंबी
मंत्रणा की। सूत्रों की
मानें तो बेसिक शिक्षा
विभाग ने साफ कर
दिया है कि एनसीटीई
के पत्र से शिक्षामित्रों
की समस्याओं का
समाधान नहीं हो पा
रहा है।
संबंधित पेज 17 पर
यह हो सकता है चिट्ठी
में
•मुख्य सचिव ने बेसिक
शिक्षा विभाग के
अफसरों से की लंबी
मंत्रणा
•सूत्रों के अनुसार राज्य
सरकार एनसीटीई के
चेयरमैन को पत्र लिखकर
बताएगी कि 25 अगस्त
2010 से पूर्व नियुक्त
शिक्षकों को टीईटी से
छूट देने से सूबे में सहायक
अध्यापक बने 1.37 लाख
व प्रशिक्षणरत
शिक्षामित्रों को कोई
फायदा नहीं हो रहा है।
•शिक्षामित्रों को
संविदा पर नियुक्त
किया गया है और वे
बेहतर ढंग से बच्चों को
पढ़ा रहे हैं।
•यूपी सरकार ने 3
जनवरी 2011 को पत्र
भेजकर एनसीटीई से
अनुमति लेकर ही स्नातक
पास शिक्षामित्रों को
दूरस्थ शिक्षा से दो
वर्षीय बीटीसी
प्रशिक्षण दिया था।
इसमें सफल होने वालों
को ही सहायक अध्यापक
पद पर समायोजित
किया गया था ।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिक्षामित्रों का कोई भला होने वाला नहीं है।
इसलिए शिक्षामित्रों
को सहायक अध्यापक
बनाने के लिए एनसीटीई
को दोबारा चिट्ठी
लिखी जाएगी और उन्हें
टीईटी से छूट दिलाने
की मांग की जाएगी।
एनसीटीई के सदस्य
सचिव जुगलाल सिंह के
पत्र मुख्य सचिव आलोक
रंजन ने बुधवार को
बेसिक शिक्षा विभाग के
अफसरों के साथ लंबी
मंत्रणा की। सूत्रों की
मानें तो बेसिक शिक्षा
विभाग ने साफ कर
दिया है कि एनसीटीई
के पत्र से शिक्षामित्रों
की समस्याओं का
समाधान नहीं हो पा
रहा है।
संबंधित पेज 17 पर
यह हो सकता है चिट्ठी
में
•मुख्य सचिव ने बेसिक
शिक्षा विभाग के
अफसरों से की लंबी
मंत्रणा
•सूत्रों के अनुसार राज्य
सरकार एनसीटीई के
चेयरमैन को पत्र लिखकर
बताएगी कि 25 अगस्त
2010 से पूर्व नियुक्त
शिक्षकों को टीईटी से
छूट देने से सूबे में सहायक
अध्यापक बने 1.37 लाख
व प्रशिक्षणरत
शिक्षामित्रों को कोई
फायदा नहीं हो रहा है।
•शिक्षामित्रों को
संविदा पर नियुक्त
किया गया है और वे
बेहतर ढंग से बच्चों को
पढ़ा रहे हैं।
•यूपी सरकार ने 3
जनवरी 2011 को पत्र
भेजकर एनसीटीई से
अनुमति लेकर ही स्नातक
पास शिक्षामित्रों को
दूरस्थ शिक्षा से दो
वर्षीय बीटीसी
प्रशिक्षण दिया था।
इसमें सफल होने वालों
को ही सहायक अध्यापक
पद पर समायोजित
किया गया था ।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC