आजमगढ़ : जनपद में 16448 व 15000 नियुक्ति मामले को लेकर बगावत की ¨चगारी शुरू हो गई है। एक तरफ प्रशासन फर्जी अंक पत्र व प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षक बने लोगों पर कार्रवाई कर रहा है तो दूसरी तरफ
फर्जी शिक्षक अपनी नौकरी बचाने की जुगत में लग गए हैं।
वह सत्ता के गलियारे से लेकर प्रशासन तक अपना जुगाड़ व से¨टग कर करने में लगे हैं। यही नहीं जांच अधिकारी को भी प्रभावित करने के लिए हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ अब वे¨टग लिस्ट वाले टीईटी धारक भी कार्रवाई किए जाने को लेकर आंदोलित हो चुके हैं। इसकी शुरुआत रविवार को कुंवर ¨सह उद्यान में वे¨टग अभ्यर्थी कर चुके हैं।
मंडलायुक्त के. र¨वद्र नायक के दरबार तक मामला पहुंच जाने की वजह से वह पूरी तरह से तेवर में हैं। अब तक उन्होंने इस नियुक्ति में कु. शिवमुनि यादव पुत्री बसंत यादव, यादव उषा पुत्री रामनिवास, प्रभाकर मिश्रा पुत्र श्रीनाथ मिश्रा, छोटेलाल पुत्र बलिकरन व रमेश पुत्र मिट्ठू यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी है। इसके अलावा 95 शिक्षक अभी भी फर्जीवाड़े की जद में शामिल हैं। मंडलायुक्त ने इन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश भी जारी कर दिया है। यही नहीं मंडलायुक्त ने यह भी कहा है कि शिक्षा विभाग में जितनी भी भर्तियां हुईं हैं सभी की जांच करवाई जाए। इसमें फर्जी अंक पत्र व प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वालों को सेवा से जहां बर्खास्त किया जाए वहीं रिकवरी की भी कार्रवाई की जाए। मंडलायुक्त के इस फरमान के बाद शिक्षा जगत में हड़कंप मचा हुआ है। जांच में दोषी मिलने वाले 100 शिक्षकों की नौकरी जाना लगभग तय हैं। ऐसे में फर्जी शिक्षकों की रात की नींद हराम हो गई है। वह सत्ता के गलियारे तक अपनी पहुंच व जुगाड़ की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं जनपद के सत्ताधारी नेताओं के यहां गणेश परिक्रमा कर रहे हैं। कोई लखनऊ भाग कर गया है तो कोई दिल्ली तक अपना जुगाड़ सेट करने में लगा हुआ है। मंडलायुक्त के कड़े तेवर की वजह से सभी फर्जी शिक्षकों की सांसे फूल रही है। ऐसे में वे¨टग लिस्ट वाले शिक्षकों में नौकरी की आस जगी है। वह भी इनके विरुद्ध कार्रवाई को लेकर आगे आ गए हैं। ऐसें में फर्जी शिक्षक बचना चाह रहे हैं तो वे¨टग लिस्ट अभ्यर्थी प्रशासन पर पूरी तरह से निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बना रहे हैं। यही नहीं फर्जी शिक्षक जांच अधिकारी अपर सांख्यकीय अधिकारी सुनील ¨सह पर ही तरह-तरह के आरोप लगाकर किसी तरह से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इससे मामला पूरी तरह से रोचक हो गया हैं।
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चाहे कोई भी शिक्षक हो अगर वह फर्जी है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वे¨टग लिस्ट के अभ्यर्थियों के साथ न्याय किया जाएगा।
के. र¨वद्र नायक : मंडलायुक्त आजमगढ़ मंडल।
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फर्जी शिक्षक अपनी नौकरी बचाने की जुगत में लग गए हैं।
वह सत्ता के गलियारे से लेकर प्रशासन तक अपना जुगाड़ व से¨टग कर करने में लगे हैं। यही नहीं जांच अधिकारी को भी प्रभावित करने के लिए हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ अब वे¨टग लिस्ट वाले टीईटी धारक भी कार्रवाई किए जाने को लेकर आंदोलित हो चुके हैं। इसकी शुरुआत रविवार को कुंवर ¨सह उद्यान में वे¨टग अभ्यर्थी कर चुके हैं।
मंडलायुक्त के. र¨वद्र नायक के दरबार तक मामला पहुंच जाने की वजह से वह पूरी तरह से तेवर में हैं। अब तक उन्होंने इस नियुक्ति में कु. शिवमुनि यादव पुत्री बसंत यादव, यादव उषा पुत्री रामनिवास, प्रभाकर मिश्रा पुत्र श्रीनाथ मिश्रा, छोटेलाल पुत्र बलिकरन व रमेश पुत्र मिट्ठू यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी है। इसके अलावा 95 शिक्षक अभी भी फर्जीवाड़े की जद में शामिल हैं। मंडलायुक्त ने इन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश भी जारी कर दिया है। यही नहीं मंडलायुक्त ने यह भी कहा है कि शिक्षा विभाग में जितनी भी भर्तियां हुईं हैं सभी की जांच करवाई जाए। इसमें फर्जी अंक पत्र व प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वालों को सेवा से जहां बर्खास्त किया जाए वहीं रिकवरी की भी कार्रवाई की जाए। मंडलायुक्त के इस फरमान के बाद शिक्षा जगत में हड़कंप मचा हुआ है। जांच में दोषी मिलने वाले 100 शिक्षकों की नौकरी जाना लगभग तय हैं। ऐसे में फर्जी शिक्षकों की रात की नींद हराम हो गई है। वह सत्ता के गलियारे तक अपनी पहुंच व जुगाड़ की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं जनपद के सत्ताधारी नेताओं के यहां गणेश परिक्रमा कर रहे हैं। कोई लखनऊ भाग कर गया है तो कोई दिल्ली तक अपना जुगाड़ सेट करने में लगा हुआ है। मंडलायुक्त के कड़े तेवर की वजह से सभी फर्जी शिक्षकों की सांसे फूल रही है। ऐसे में वे¨टग लिस्ट वाले शिक्षकों में नौकरी की आस जगी है। वह भी इनके विरुद्ध कार्रवाई को लेकर आगे आ गए हैं। ऐसें में फर्जी शिक्षक बचना चाह रहे हैं तो वे¨टग लिस्ट अभ्यर्थी प्रशासन पर पूरी तरह से निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बना रहे हैं। यही नहीं फर्जी शिक्षक जांच अधिकारी अपर सांख्यकीय अधिकारी सुनील ¨सह पर ही तरह-तरह के आरोप लगाकर किसी तरह से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इससे मामला पूरी तरह से रोचक हो गया हैं।
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चाहे कोई भी शिक्षक हो अगर वह फर्जी है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वे¨टग लिस्ट के अभ्यर्थियों के साथ न्याय किया जाएगा।
के. र¨वद्र नायक : मंडलायुक्त आजमगढ़ मंडल।
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