आगरा। शिक्षामित्रों को दिसम्बर में बड़ी खबर मिल सकती
है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में 1
लाख 72000 हजार शिक्षामित्रों के लिए 22 अगस्त 2017 को डाली गई पुनर्विचार
याचिका पर दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में सुनवाई होने की पूरी उम्मीद है।
संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सोशल मीडिया पर जो भ्रामक सूचनाएं फैलाईं जा रही हैं, उन पर शिक्षामित्र साथी ध्यान न दें।
22 अगस्त को डाली गई याचिका
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला द्वारा सुप्रीम कोर्ट में 1 लाख 72000 हजार शिक्षामित्रों की रोजी रोटी बचाने के लिए 22 अगस्त 2017 को पुनर्विचार याचिका डाली गई थी। इस याचिका पर दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में सुनवाई होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कुछ तथाकथित लोगों द्वारा एक भ्रामक खबर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है कि 24 नवम्बर को रिव्यू खारिज हो चुकी है। उन्होंने बताया कि ये सूचना गलत है। जो याचिका 24 तारीख को खारिज हुई है,य वो कुछ साथियों द्वारा डाली गई जनहित याचिका थी।
मिलेगी पूरी जानकारी
जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि अफवाहों पर ध्यान न दें। जब भी रिव्यू पर सुनवाई होगी, सभी शिक्षामित्र साथियों को विधिवत अवगत कराया जाएगा। शिक्षामित्र साथियों को किसी भी लड़ाई को लड़ने के लिये मानसिक मजबूत होना बहुत जरूरी है। यदि सभी साथी धैर्य रखें और समय का इंतजार करें, तो बुरा वक्त ज्यादा दिन नहीं ठहरेगा। हर रात के बाद दिन होता है। पूर्ण उम्मीद है कि एक बार पुनः न्याय के मंदिर से हम लोगों को न्याय अवश्य मिलेगा। सभी साथी संगठन पर भरोसा बनाये रखें। एक फिर जीत शिक्षामित्र की होगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सोशल मीडिया पर जो भ्रामक सूचनाएं फैलाईं जा रही हैं, उन पर शिक्षामित्र साथी ध्यान न दें।
22 अगस्त को डाली गई याचिका
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला द्वारा सुप्रीम कोर्ट में 1 लाख 72000 हजार शिक्षामित्रों की रोजी रोटी बचाने के लिए 22 अगस्त 2017 को पुनर्विचार याचिका डाली गई थी। इस याचिका पर दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में सुनवाई होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कुछ तथाकथित लोगों द्वारा एक भ्रामक खबर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है कि 24 नवम्बर को रिव्यू खारिज हो चुकी है। उन्होंने बताया कि ये सूचना गलत है। जो याचिका 24 तारीख को खारिज हुई है,य वो कुछ साथियों द्वारा डाली गई जनहित याचिका थी।
मिलेगी पूरी जानकारी
जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि अफवाहों पर ध्यान न दें। जब भी रिव्यू पर सुनवाई होगी, सभी शिक्षामित्र साथियों को विधिवत अवगत कराया जाएगा। शिक्षामित्र साथियों को किसी भी लड़ाई को लड़ने के लिये मानसिक मजबूत होना बहुत जरूरी है। यदि सभी साथी धैर्य रखें और समय का इंतजार करें, तो बुरा वक्त ज्यादा दिन नहीं ठहरेगा। हर रात के बाद दिन होता है। पूर्ण उम्मीद है कि एक बार पुनः न्याय के मंदिर से हम लोगों को न्याय अवश्य मिलेगा। सभी साथी संगठन पर भरोसा बनाये रखें। एक फिर जीत शिक्षामित्र की होगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
0 Comments