नौनिहालों के हिस्से का भोजन हजम कर रहे शिक्षा अधिकारी

नीरज सिंह’ कौशांबी1जिले के आठ ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। हर विद्यालय में सौ बच्चियां पढ़ती हैं। इन बच्चियों को खाने के अलावा कपड़े सहित सभी सुविधाएं बेसिक शिक्षा
विभाग की ओर से मिलने का प्रावधान है, लेकिन स्कूल की अव्यवस्था के चलते कई बच्चियां रोजाना घर लौट जाती हैं और उन्हें शिक्षा के अलावा कोई अन्य सुविधा नहीं मिलती है। ऐसे में उनको मिलने वाली सुविधाओं की धनराशि का गबन कर ली जाती है। इसका पर्दाफाश पिछले दिनों सीडीओ के निर्देश के बाद विद्यालयों की जांच में हुआ है।1कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अव्यवस्था का आलम है। पिछले दिनों वहां की गड़बड़ियों को दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित किया। उसके बाद अफसरों ने इसे गंभीरता से लिया और सीडीओ ने जांच शुरू कराई। जिला स्तर के अधिकारियों ने आठों विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों की जांच में विद्यालय से करीब 40 फीसद छात्रएं गायब मिली। इतनी भारी संख्या में छात्रओं के विद्यालय से गायब होने के संबंध में विद्यालय के पास ही कोई उचित जवाब नहीं है। जबकि विभाग की ओर से इनके नाम पर आने वाले धन को निकालकर बंदरबांट कर किया जा रहा है। 1एक छात्र के खाने का बजट तीन हजार1: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में रहने वाली हर छात्र को खाने के लिए प्रति दिन 100 रुपये की दर से भुगतान किया जाता है।नीरज सिंह’ कौशांबी1जिले के आठ ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। हर विद्यालय में सौ बच्चियां पढ़ती हैं। इन बच्चियों को खाने के अलावा कपड़े सहित सभी सुविधाएं बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मिलने का प्रावधान है, लेकिन स्कूल की अव्यवस्था के चलते कई बच्चियां रोजाना घर लौट जाती हैं और उन्हें शिक्षा के अलावा कोई अन्य सुविधा नहीं मिलती है। ऐसे में उनको मिलने वाली सुविधाओं की धनराशि का गबन कर ली जाती है। इसका पर्दाफाश पिछले दिनों सीडीओ के निर्देश के बाद विद्यालयों की जांच में हुआ है।1कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अव्यवस्था का आलम है। पिछले दिनों वहां की गड़बड़ियों को दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित किया। उसके बाद अफसरों ने इसे गंभीरता से लिया और सीडीओ ने जांच शुरू कराई। जिला स्तर के अधिकारियों ने आठों विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों की जांच में विद्यालय से करीब 40 फीसद छात्रएं गायब मिली। इतनी भारी संख्या में छात्रओं के विद्यालय से गायब होने के संबंध में विद्यालय के पास ही कोई उचित जवाब नहीं है। जबकि विभाग की ओर से इनके नाम पर आने वाले धन को निकालकर बंदरबांट कर किया जा रहा है। 1एक छात्र के खाने का बजट तीन हजार1: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में रहने वाली हर छात्र को खाने के लिए प्रति दिन 100 रुपये की दर से भुगतान किया जाता


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