गरजे छात्र संगठन, भर्ती आयोगों के निष्क्रिय रहने पर नाराजगी: शासन की अनदेखी पर जताया आक्रोश , 19 को सीएम से मिलेंगे

इलाहाबाद 1आयोगों के पुनर्गठन और लंबित भर्तियां शुरू न होने पर मंगलवार को सैकड़ों छात्रों का कलेक्ट्रेट में जमावड़ा हुआ। कई संगठनों ने इसमें भागीदारी की। शासन व्यवस्था के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया। बंपर भर्ती आने की सरकार की घोषणा को महज बयानबाजी बताते हुए छात्र संगठनों ने कहा कि 10 महीने से आयोग
निष्क्रिय हैं और शिक्षित युवा नौकरी की बाट जोह रहे हैं।
19 जनवरी को मुख्यमंत्री के इलाहाबाद आगमन पर उनसे प्रतियोगी मिलकर यह मांग उठाएंगे।1युवा मंच के बैनर तले बीएड उत्थान जनमोर्चा, रोजगार संघर्ष मोर्चा, आइसा, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड मोर्चा, उच्च शिक्षा प्रतियोगी मंच, अधीनस्थ प्रतियोगी मोर्चा समेत अन्य छात्र संगठन कलेक्ट्रेट में इकट्ठा हुए। धरना देकर सरकार के प्रति आक्रोश जताया। सभी आयोगों की बहाली 15 जनवरी तक कर देने के मुख्यमंत्री के एलान और इस संबंध में कोई कदम न उठाए जाने पर नाराजगी जताई। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह व प्रदेश संयोजक राजेश सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री की वादाखिलाफी से युवा हितैषी होने का भाजपा का झूठ बेनकाब हो गया है। चयन प्रक्रिया जानबूझ कर रोकी गई है। 10 लाख खाली पदों पर भर्तियां करने की सरकार के पास कोई योजना नहीं है। कहा कि सरकार फ्रेंचाइजी और आउट सोर्सिग पर काम करा रही है। युवा मंच के प्रवक्ता उदय सिंह लोधी, बीएड उत्थान जन मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद मौर्य, रोजगार संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अविनाश विद्यार्थी, आइसा के सुनील मौर्य अधीनस्थ प्रतियोगी मोर्चा के अरुण कुमार पटेल ने नाराजगी जताई। दोपहर बाद एडीएम सिटी अतुल सिंह ने छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन लिया। युवा मंच की 18 जनवरी को माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड कार्यालय के समक्ष बैठक होगी।




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