समायोजन रद्द होने से अवसाद के चलते शिक्षामित्र ने लगाई फांसी

बरनाहल। थाना क्षेत्र के ग्राम सोथरा में परेशान शिक्षामित्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा। जिसमें उसने अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात लिखी है।
खबर मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज
दिया।घटना शनिवार देर रात की है। सोथरा निवासी रामदुलारे राठौर का पुत्र अश्वनी कुमार शिक्षामित्र के रूप में कार्यरत था। किशनी के ग्राम लुकटपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में उसकी तैनाती थी। शिक्षक पद से समायोजन रद्द होने के बाद से ही अश्वनी परेशान चल रहा था। इसको लेकर परिजनों से उसका विवाद भी होता रहता था। शनिवार की देर रात उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवारीजनों में कोहराम मच गया। खबर पाकर मौके पर बरनाहल पुलिस पहुंच गई। परिजनों और ग्रामीणों से घटना की जानकारी लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। बरनाहल। पुलिस को तहरीर देकर मृतक शिक्षामित्र के पिता रामदुलारे ने जानकारी दी कि उसका पुत्र समायोजन रद होने से तनाव में चल रहा था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 25 जुलाई 2017 को शिक्षकों का समायोजन रद्द हो गया था और उन्हें शिक्षामित्र के पद पर कर दिया गया था। इससे अश्वनी तनाव में रहता था। इसी के चलते उसने रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के दो पुत्र और एक पुत्री है। घटनास्थल पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। हालांकि ग्रामीणों में चर्चा इस बात की भी है कि मृतक के पिता भी शिक्षक हैं। रुपयों को लेनदेन को लेकर भी कुछ विवाद था।


sponsored links: