इविवि में 542 शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ
- एक साल के लिए बढ़ा विजिटर नॉमिनी का कार्यकाल
- मार्च के पहले हफ्ते से इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में शिक्षक भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। आवेदन की प्रक्रिया काफी पहले ही पूरी की जा चुकी है, लेकिन विजिटर नॉमिनी न होने के कारण भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई थी। अब पुराने विजिटिर नामिनी का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में मार्च के पहले सप्ताह से इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के कुल 542 पदों के लिए 19948 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। यानी एक पद के लिए 36 दावेदार हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर के 317 पदों, एसोसिएट प्रोफेसर के 154 पदों, प्रोफेसर के 69 पदों के लिए भर्ती होनी है। इसके अलावा महिला अध्ययन केंद्र में असिस्टेंट एवं एसोसिएट प्रोफेसर के एक-एक पद पर भर्ती होनी है। असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 18091 अभ्यर्थी, एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 1057, प्रोफेसर के लिए 714 और महिला अध्ययन केंद्र में दो पदों पर भर्ती के लिए 86 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। आवेदनों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया भी तकरीबन पूरी की जा चुकी है और इंटरव्यू के लिए एक्सपर्ट पैनल का गठन भी किया जा चुका है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने तो नवंबर में दो विभागों में विषयों में शिक्षक भर्ती के लिए इंटरव्यू की तिथि भी घोषित कर दी थी, लेकिन उस वक्त विजिटर नॉमिनी किसी कारण से नहीं आ सके थे और विश्वविद्यालय प्रशासन को भर्ती प्रक्रिया टालनी पड़ी थी। इसके बाद विजिटर नॉमिनी का कार्यकाल भी पूरा हो गया। सिर्फ इलाहाबाद विश्वविद्यालय ही नहीं, अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भी विजिटर नॉमिनी न होने के कारण भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए विजिटर नॉमिनी का कार्यक्रम एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। एफआरडीसी के डयरेक्टर प्रो. अनुपम दीक्षित का कहना है कि कुलपति छुट्टी पर हैं। उनके लौटते ही प्रस्ताव रखा जाएगा और मार्च में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
- मार्च के पहले हफ्ते से इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में शिक्षक भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। आवेदन की प्रक्रिया काफी पहले ही पूरी की जा चुकी है, लेकिन विजिटर नॉमिनी न होने के कारण भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई थी। अब पुराने विजिटिर नामिनी का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में मार्च के पहले सप्ताह से इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के कुल 542 पदों के लिए 19948 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। यानी एक पद के लिए 36 दावेदार हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर के 317 पदों, एसोसिएट प्रोफेसर के 154 पदों, प्रोफेसर के 69 पदों के लिए भर्ती होनी है। इसके अलावा महिला अध्ययन केंद्र में असिस्टेंट एवं एसोसिएट प्रोफेसर के एक-एक पद पर भर्ती होनी है। असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 18091 अभ्यर्थी, एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 1057, प्रोफेसर के लिए 714 और महिला अध्ययन केंद्र में दो पदों पर भर्ती के लिए 86 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। आवेदनों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया भी तकरीबन पूरी की जा चुकी है और इंटरव्यू के लिए एक्सपर्ट पैनल का गठन भी किया जा चुका है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने तो नवंबर में दो विभागों में विषयों में शिक्षक भर्ती के लिए इंटरव्यू की तिथि भी घोषित कर दी थी, लेकिन उस वक्त विजिटर नॉमिनी किसी कारण से नहीं आ सके थे और विश्वविद्यालय प्रशासन को भर्ती प्रक्रिया टालनी पड़ी थी। इसके बाद विजिटर नॉमिनी का कार्यकाल भी पूरा हो गया। सिर्फ इलाहाबाद विश्वविद्यालय ही नहीं, अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भी विजिटर नॉमिनी न होने के कारण भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए विजिटर नॉमिनी का कार्यक्रम एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। एफआरडीसी के डयरेक्टर प्रो. अनुपम दीक्षित का कहना है कि कुलपति छुट्टी पर हैं। उनके लौटते ही प्रस्ताव रखा जाएगा और मार्च में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।