इलाहाबाद : प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद
की भर्ती के लिए प्रतियोगियों की मुराद जल्द पूरी होगी। बुधवार को आयोग के
नए अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने पदभार संभाल लिया, साथ ही सदस्य
के शेष एक पद पर डा. रजनी त्रिपाठी ने भी चार्ज ले लिया।
परीक्षा समिति का
कोरम पूरा हो जाने पर
अब भर्तियों की रुकी प्रक्रिया शुरू करने को बैठक शीघ्र
ही होगी। 1आयोग में पदभार ग्रहण होने के बाद अध्यक्ष समेत सभी सदस्यों ने
मां सरस्वती का पूजन किया। इसके बाद वरिष्ठ कर्मचारियों से समिति ने लंबित
भर्तियों के संबंध में जानकारी ली। पूर्व अध्यक्ष के समय विज्ञापन 46 के
तहत असिस्टेंट भर्ती का मामला उठने के पेंच को समझा। इसके तकनीकी और विधिक
पहलुओं पर अनेक बिंदु की जानकारी ली। इस पर समिति ने नये सिरे से विचार
करने का निर्णय लिया। अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही बैठक करके आपसी विचार मंथन
किया जाएगा जिसमें उलझी हुई स्थितियों को पटरी पर लाया जाएगा।1एक दूसरे को
जानने में बीता पहला दिन : उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में समिति का पहला दिन
एक दूसरे का निवास और पूर्व का कार्यक्षेत्र जानने में बीता। गोरखपुर से
आए नए अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा से सदस्य शशिकांत ने वहां जिला
जज रहने की यादें ताजा कीं। इस बीच डा. रजनी त्रिपाठी और प्रो. कृष्ण कुमार
सहित अन्य सदस्यों ने भी अपने पूर्व के कार्यक्षेत्र को लेकर चर्चा की।
समिति की बैठक में होगी भर्तियों पर चर्चा
आयोग के नए अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने कहा है कि नियमावली को
देखते हुए भर्तियों में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। विज्ञापन संख्या
46 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के संबंध में पूर्व की स्थितियों को
देखा जाएगा। विज्ञापन 47 की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए भी विचार
होगा। भर्ती कैसे होगी, उसकी रूपरेखा कैसी होगी और जो दिक्कतें आईं उनमें
सुधार कैसे हो, बैठक में इस अहम विषय पर गंभीरता से चर्चा की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि शीघ्र ही परीक्षा कैलेंडर तैयार करने के लिए समिति
प्रस्ताव पास करेगी।
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