इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग से 2018 में होने वाली परीक्षाओं का
शेड्यूल बिगड़ने से प्रतियोगियों पर बड़ा संकट है। परीक्षाओं में
अनिश्चितता की स्थिति आ गई है और परीक्षा कैलेंडर के हिसाब से तैयारी की
समय
सारिणी बनाकर बैठे प्रतियोगियों को नहीं सूझ रहा कि वे
क्या करें।
दिक्कतें आने की पूर्व जानकारी होने के बावजूद आयोग ने पहले से
कोई वैकल्पिक व्यवस्था न कर साल भर की परेशानी मोल ली है। 1आयोग ने दिसंबर
माह में 2018 का परीक्षा कैलेंडर जारी किया था। जिसमें पीसीएस (मुख्य)
परीक्षा 2017, एपीएस 2013, सहायक सांख्यिकीय अधिकारी (स्क्रीनिंग) 2014,
पीसीएस जे और आरओ-एआरओ (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 समेत कुछ नई परीक्षाएं
तारीखवार प्रस्तावित की थीं। 1हालांकि आयोग ने कैलेंडर में बदलाव की
गुंजाइश भी घोषित की थी। इस बीच आयोग से पांच साल में हुई भर्तियों की
सीबीआइ जांच का एलान भी प्रदेश सरकार ने कर दिया। आयोग को इस बात का डर था
कि सीबीआइ जांच शुरू होने पर कई परीक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं लेकिन,
वैकल्पिक इंतजाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इसका खामियाजा सभी के
सामने है।1आयोग ने मंगलवार को अपर निजी सचिव 2013 की 11 फरवरी को घोषित
परीक्षा स्थगित कर दी है। पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 की तारीख में बदलाव
कर दिया गया। शासन से अधियाचन न आने की स्थिति में 13 मई को होने वाली
पीसीएस जे 2018 की परीक्षा भी तय तारीख पर संभव नहीं है। 1परीक्षा कैलेंडर
में बदलाव की इस स्थिति ने प्रतियोगियों के सामने बड़ी परेशानी है।
प्रतियोगियों की ओर से तैयारी के लिए बनाई गई समय सारिणी इससे प्रभावित हो
गई है। नए प्रतियोगियों के सामने तो तैयारी की और भी बड़ी चुनौती है।
अतिरिक्त समय मिलने से पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों को
फायदा जरूर मिला है लेकिन, अन्य परीक्षाओं के लिए उनका शेड्यूल बिगड़ रहा
है। प्रतियोगियों का कहना है कि आयोग लगातार गलतियां करता जा रहा है और
इसका खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है।
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