संवाद सहयोगी, हाथरस : जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद फर्जी शिक्षकों
पर बर्खास्तगी के बाद रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। दो
शिक्षक व एक शिक्षामित्र के खिलाफ सेवा समाप्ति के एक साल बाद रिपोर्ट दर्ज
हो सकी थी।
अब शुक्रवार को मुरसान ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय
फरसौटी में तैनात रहे शिक्षक के खिलाफ भी हाथरस गेट कोतवाली में रिपोर्ट
दर्ज करा दी गई।
प्राथमिक विद्यालय परसारा में तैनात रही शिक्षिका नगमा हसन, प्राथमिक
विद्यालय गढ़ी गिरधरा में तैनात रहे शिक्षक बाबूजी तथा शिक्षामित्र अमर ¨सह
ने फर्जी तरीके से नौकरी हासिल की थी। अंतिम नोटिस जारी करने के बाद 12
अप्रैल 2017 को तीनों को बर्खास्त किया गया था। जिलाधिकारी रमाशंकर मौर्य
के समक्ष रिपोर्ट दर्ज न कराने और वेतन रिकवरी न होने की शिकायत की गई थी।
जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के निर्देश बीएसए रेखा सुमन
को दिए थे। विगत दिनों तीनों के खिलाफ थाना हाथरस गेट में रिपोर्ट दर्ज हो
गई थी। बेसिक शिक्षा विभाग के मुताबिक पूर्व माध्यमिक विद्यालय फरसौटी में
तैनात शिक्षक मनोज कुमार शर्मा की तैनाती एक दिसंबर 1988 में सहायक
अध्यापक के पद पर हुई थी। मृतक आश्रित कोटे में शिक्षक को नौकरी हासिल हुई
थी, जो वारिसान प्रमाण पत्र लगाया गया वो फर्जी था। पिता की मौत 1973 में
दिखाई गई है, जबकि नौकरी 1988 में लगी, जबकि विभागीय नियम के अनुसार पांच
साल के अंदर ही मृतक आश्रित का लाभ मिल सकता है। इस शिक्षक की 13 फरवरी
2018 में सेवा समाप्त कर दी गई थी। जब तीन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट
दर्ज कराने के लिए तहरीर थाना हाथरस गेट में दी गई थी। तब इस शिक्षक के
खिलाफ भी तहरीर दी गई थी। शुक्रवार को थाना हाथरस गेट में शिक्षक के खिलाफ
विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज कर ली।
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