जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : डीएलएड की डिग्री फर्जी पाए जाने पर जनपद
के पांच शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा 11 शिक्षकों का
वेतन रोकने का आदेश दिया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने
बुंदेलखंड व बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद यह
कार्रवाई की है।
विकास खंड कोरांव के प्राथमिक विद्यालय बसहा के सहायक अध्यापक अखिलेश
कुमार यादव, विकास खंड करछना में प्राथमिक विद्यालय बरदहा कीं सहायक
अध्यापक मंजू शुक्ला, करछना ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय कैथी में सहायक
अध्यापक रचना सिंह, विकास खंड हंडिया में प्राथमिक विद्यालय बरौत-1 में कमल
चंद, विकास खंड प्रतापपुर में प्राथमिक विद्यालय बरेंद्र में सहायक
अध्यापक करन भारतीय, विकास खंड उरूआ में प्राथमिक विद्यालय तरवाई में सहायक
अध्यापक सतीश प्रजापति, विकास खंड प्रतापपुर के प्राथमिक विद्यालय रायपुर
में नीरज सिंह, विकास खंड मेजा के प्राथमिक विद्यालय कोड़िहार-2 में सहायक
अध्यापक सरिता शुक्ला, विकास खंड सैदाबाद के प्राथमिक विद्यालय जोगापुर में
अशोक कुमार और विकास खंड मेजा में प्राथमिक विद्यालय कोना के सहायक
अध्यापक नितिन साहू का वेतन रोका गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय
कुशवाहा ने कहा कि उपरोक्त परीक्षार्थियों की डीएलएड एवं स्नातक परीक्षाफल
की जांच कराई गई। उनकी डिग्री फर्जी पाई गई है। इस कारण इन शिक्षकों के
वेतन रोका गया है। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया
है। जिन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है, उनकी जानकारी दस्तावेज नहीं
होने के कारण बीएसए नहीं दे सके।
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