जागरण संवाददाता, मऊ : नवागत बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिले की बेसिक
शिक्षा से गायब होती जा रही शैक्षिक गुणवत्ता को ऊपर उठाने के लिए कार्यभार
ग्रहण करने के दूसरे ही दिन बड़ा कदम उठा लिया।
शुक्रवार को शैक्षिक
गुणवत्ता में सुधार के लिए उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को मानक के
28 ¨बदुओं का सर्कुलर जारी करते हुए केवल 15 दिन के भीतर इसका सख्ती से
अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी
त्रिपाठी ने सीधा कहा है कि निरीक्षण में अनुपालन पाया गया तो वहीं पर
पुरस्कृत करेंगे और प्रशस्ति पत्र देंगे, नहीं तो दंड भी वहीं से शुरू
होगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 28 ¨बदुओं में विद्यालय का भौतिक
वातावरण साफ रखने, शौचालय में ताला न लगाने, विद्यालय की पूरी सूचना,
प्रमुख अधिकारियों के टेलीफोन नंबर, पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों व
शिक्षामित्रों के नाम, विद्युतीकरण मानक के अनुसार, एक भी टाट फटी न होना,
विद्यालय में स्वच्छता के लिए तौलिया, साबुन आदि की व्यवस्था, शिक्षक डायरी
का नियमित प्रयोग, एमडीएम की मात्रा व गुणवत्ता, छात्रों को गृह कार्य
देना आदि शामिल हैं। सर्कुलर जारी करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा है
कि सांसद द्वारा गोद लिए गए गांवों, पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत
चयनित गांव तथा जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए गांवों में 28
मानकों का अनुपालन प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाए। कहा कि ये
सर्कुलर सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए जारी किया गया है।
निरीक्षण के दौरान यदि मानक पूर्ण नहीं पाया गया तो विद्यालय स्टाफ, संकुल
प्रभारी, सह समन्वयक खंड शिक्षा अधिकारी को सीधे उत्तरदायी माना जाएगा।
मानक पूर्ण मिला तो स्टाफ को मौके पर ही प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
प्रशस्ति पत्र छापने का दिया गया आर्डर
मऊ : बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले अध्यापकों व
कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। दंड और पुरस्कार दोनों साथ-साथ
चलेंगे। प्रशस्ति पत्र छपने का आर्डर दे दिया गया है। मानक न पूरा करने
वाले अध्यापकों व खंड शिक्षा अधिकारियों की वाíषक वेतन वृद्धि रोक दी
जाएगी।
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