बीएड/ बीटीसी अभ्यर्थियों के अवैध टीईटी मामले पर हिमांशु राणा का नजरिया

APPEARING, PURSUING & RESULT AWAITED IN BRIEF
1) अभी मा० उच्च न्यायालय खंडपीठ का जो आदेश आया है फिलहाल उसको अगर प्राथमिकी के तरह से देखा जाए तो वो आदेश 29334 जूनियर भर्ती पर है पर हैं तो वे बीएड/बीटीसी वाले ही जो कि उसी प्रशिक्षण के साथ हैं
जो हम लोगों ने किया है (APPEARING, PURSUING & RESULT AWAITED) तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि अगर उक्त भर्ती के साथ कुछ हुआ तो शासन की मजबूरी बन जानी है ऐसे तमाम अभ्यर्थियों को चिन्हित करना जो कि किसी भी भर्ती में हो और शासन बाद में जिसका भी हित प्रभावित होगा होता रहे वो करेगा ही |
2) क्या दिक्कत है इसमें LEGALLY :-
NCTE GUIDELINES FOR CONDUCTING TET DATED 11/02/2011
इसके क्लॉज़ 5 (1) और 5(2)
5(1) में कहा गया है कि ऐसे अभ्यर्थी जिनका प्रशिक्षण पूर्ण हो चूका है वे TET में बैठने लायक हैं जबकि 5(2) में PURSUING शब्द का उल्लेख है जिसके अनुसार जिसने प्रशिक्षण कोर्स में प्रथम दिन ही एडमिशन ले लिया है वो भी TET में बैठने के लिए योग्य है और इसी को INTERPRET करते हुए सरकार ने 15/05/2013 को एक शासनादेश निकाला था जिसमे कहा गया था कि प्रशिक्षण करते हुए किसी भी SEMESTER में आप योग्य हैं टेट परीक्षा के लिए परन्तु टेट मान्य तभी होगा जब आपका प्रशिक्षण कोर्स क्लियर हो जाए यानी आप उत्तीर्ण हो जाएं |
यहाँ बात ये आती है कि स्थिति स्पष्ट नहीं की किसी ने भी कि कब क्या मान्य होगा NCTE ने GUIDELINES भेजी उसका INTERPRETATION किया सरकार ने लेकिन मामला पहुँच गया न्यायालय के समक्ष |
इस पर सबसे पहला आदेश किया एकल पीठ से मा० न्यायाधीश मिश्रा जी ने कि बीटीसी के प्रथम वर्ष में आप TET देने के लिए काबिल नहीं हैं और BSA को चिन्हित कर ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्यवाही करने को कहा यानी नियुक्ति निरस्त ही होनी थी |
लड़के खंडपीठ गए वहां मा० न्यायाधीश गुप्ता जी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा :-
बीएड बीटीसी के प्रशिक्षण का फाइनल रिजल्ट टेट परीक्षा के रिजल्ट से पहले आ जाना चाहिए नहीं तो टेट में बैठना और टेट उत्तीर्ण करना दोनों ही LEGALLY ठीक नहीं है |
टेट 2011 के परीक्षा का परिणाम 25 NOV 2011 को आया मेरठ यूनिवर्सिटी का परिणाम आया 27 NOV 2011 को जिसमे यहाँ के COLLEGES ने लूट मचाई साथ ही 72825 भर्ती आता देख WORKLOAD इतना हो गया कि UNIVERSITY से MARKSHEET तक नहीं मिल पा रही थी और मेरी MARKSHEET तो आप सभी तक पहुँच भी गई है | जबकि UNIVERSITY का पहला EXAM 04/09/2011 को होकर परीक्षाएं 27/09/2011 को ख़त्म हो गई थी यानी RESULT AWAITED था |
इसके अलावा तमाम बीटीसी अभ्यर्थी पहले से लेकर चौथे सेमेस्टर तक टेट किये और नियुक्त हुए और किसके INTERPRETATION पर वो आपको ऊपर अवगत करा चूका हूँ मैं |
बात ये आती है कि अभी तक मामला बीएड 2011 से LINKED नहीं है अगर बिना सुने DISMISS कर दिया तो ? जैसा आज विज्ञान/गणित वाले अनभिज्ञता के कारण परेशानी में हैं प्राथमिक वाले नहीं होंगे तो मेरे हिसाब से हमें अपनी भर्ती को 25/07/2015 के आदेश को दिखाकर अलग रखने के लिए नही कहना चाहिए और इस मामले पर स्टे के CHANCES ज्यादा हैं तो बताइए क्या फिर हमें APPEARING, PURSUING & RESULT AWAITED को DEFEND नहीं करना होगा ? मामला लम्बा जाएगा क्योंकि अभी खंडपीठ के आदेश में NCTE का रुख नहीं सुना गया है |
यहाँ कुछ बातें हैं :-
पहला खंडपीठ के आदेश में हल्का बदलाव - बीटीसी वाले जिन्होंने प्रथम वर्ष में TET किया है वे बाहर होंगे तो फिर बीएड में जिनकी परीक्षाएं नहीं हुई थी वे कैसे मान्य हो जाएंगे ?
दूसरा खंडपीठ का आदेश अक्षरशः लागू |
तीसरा है खंडपीठ के आदेश में पूर्ण रूप से बदलाव क्योंकि शब्दों के INTERPRETATION को लेकर मा० न्यायालय किसी की नौकरी ले ये असंभव सा लगता है और अगर बदलाव करता है भी कुछ तो आगामी भर्तियों के लिए करे और पहले वर्ष में TET किये हुए लोगों को या बिना परीक्षा बीएड वाले जिन्होंने टेट दे दिया हो उन्हें पुनः TET करने के लिए कहे लेकिन यहाँ बीटीसी वालों को ध्यान में रखना होगा कि ऐसे अभ्यर्थी जो कि अपनी मार्कशीट पहले दो वर्ष की लगाये हैं और उन्होंने TET अंतिम वर्ष के किसी भी सत्र में किया हो के DOCS को पुनः लगाने और जांच के पश्चात नौकरी पर रहने की परमिशन मांगनी होगी |
हम बीएड 2011  RESULT AWAITED को मा० न्यायालय को अवगत कराना चाहिए कि हम यहीं से बहाल हुए हैं इसलिए हमारा कोई MATTER बनता ही नहीं है वो भी तब जब कोई हमारे अगेंस्ट आए जिसके लिए मैं लगा हुआ हूँ क्योंकि शिक्षामित्रों द्वारा मेरे समस्त दस्तावेज निकाल लिए गए हैं और हर जिले से इनके द्वारा प्रेजेंटेशन शासन को जा रहा है जो इस बात के लिए हमें आगाह करता है , इसके लिए मैंने रविवार को मीटिंग भी रखी है मेरठ के चौ० चरण सिंह पार्क में सुबह नौ बजे से , आइये जो भी प्रभावित हो और लड़ा जाएगा बैठ तो जाएगा नहीं |
देखिये जो होना न्ययालय से होना है आँख बंदकर बैठ नहीं सकते हैं क्योंकि मामला अति-संवेदनशील है और नौकरी की बात है सभी की और सभी के प्रयासों से होगा जो होना है बस ये ध्यान रखिये कि SUPPORT उसका करिए जिसका हित प्रभावित है और कोर्ट मामले में अनुभवी भी हो |
धन्यवाद
हर हर महादेव 🚩🚩🚩🚩🚩
हिमांशु राणा
9927035996😎

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