इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग यानी यूपी पीएससी का भर्ती के विवाद से
नाता नहीं टूट रहा है। राजकीय माध्यमिक कालेजों की 10768 एलटी ग्रेड शिक्षक
भर्ती 2018 के विज्ञापन पर अर्हता बदलने का पहले आरोप लगा। वह अर्हता नहीं
तय करते यह कहकर यूपी पीएससी किनारा कर लिया।
अब परीक्षार्थियों को कालेज
आवंटन में अनदेखी का गंभीर आरोप लगा है। चुनिंदा कालेजों में एक ही विषय के
अभ्यर्थियों का केंद्र बनाया गया है। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने यूपी
पीएससी का मुख्यालय का घेराव करके उग्र प्रदर्शन किया है।
शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में सीटिंग प्लान में मनमानी का आरोप लगाकर
यूपी पीएससी का सोमवार को सैकड़ों अभ्यर्थियों ने घेराव किया। अभ्यर्थियों
ने कहा कि एक ही विषय के क्रमवार रोल नंबर वाले अभ्यर्थियों को एक ही कक्ष
में सीटें आवंटित कर दी गई हैं। इससे परीक्षा में गड़बड़ी होगी। इस दौरान
पूर्वान्ह से लेकर शाम तक अभ्यर्थियों ने खूब नारेबाजी की। यूपी पीएससी के
अध्यक्ष व सचिव पर मनमानी और एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती को पूरी तरह से
हाईजैक कर लेने का आरोप लगाया। इसके बाद मंच के अनिल सिंह, विक्की खान,
राजेश, शेर सिंह व सुमन समेत पांच लोग सचिव जगदीश से मिलने उनके कार्यालय
पहुंचे। वहीं परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार भी थीं।
युवा मंच के पदाधिकारियों ने कई प्रवेश पत्र दिखाकर कहा कि सीटें रैंडम
आधार पर आवंटित नहीं की गई हैं। इससे परीक्षा में गड़बड़ी होनी तय है। इस
पर सचिव जगदीश ने कहा कि सभी सीटें रैंडम आधार पर ही आवंटित की गई हैं। अगर
कुछ प्रकरण ऐसे हैं तो उनकी जांच कराकर सीटें बदली जाएंगी। इसके बाद भी
अभ्यर्थी कार्यालय के सामने डटे रहे, देर शाम पुलिस ने डंडा पटककर सभी को
खदेड़ा। अभ्यर्थियों का कहना है कि वह लंबे समय से इम्तिहान की तैयारी कर
रहे हैं और यूपी पीएससी की अनदेखी से सभी को नुकसान होगा। इस मामले में
उग्र आंदोलन छेड़ने की रणनीति बन रही है, ज्ञात हो कि परीक्षा 29 जुलाई को
प्रदेश के 39 जिलों में होना प्रस्तावित है।
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