इलाहाबाद : प्रदेश भर के अशासकीय माध्यमिक कालेजों के शिक्षक सोमवार से
शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठ गए हैं। अपर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने
तबादले की पत्रवली अनुमोदन को शासन को भेजी है लेकिन, अब तक वह जारी नहीं
हो सकी है। इससे खफा शिक्षक आंदोलन की राह पर हैं, उनका कहना है कि जब तक
स्थानांतरण का आदेश नहीं होगा, आंदोलन चलता रहेगा।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने बताया कि
इंटरमीडिएट अधिनियम के जिन विनियमों के तहत 40-50 वर्षो से शिक्षकों के
एकल स्थानांतरण होते आ रहे हैं। इस पर सपा, बसपा व भाजपा की कल्याण व
राजनाथ सिंह सरकारों ने रोक नहीं लगाया। वह परंपरा अब तक चल रही है।
1उन्होंने कहा कि विभागीय मंत्री के मौखिक आदेशों से अनेक तरह के कार्य
रोके गए हैं। जिन शिक्षकों के तबादले के लिए शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव
गया है, उसमें कालेज की प्रबंध समिति, डीआइओएस और जेडी तक की सहमति है। यह
मामले गर्मी की छुट्टियों में ही निदेशालय को भेज दिए गए, फिर भी एकल
तबादले हो रहे हैं। इससे शिक्षक परेशान हैं।
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