उप्र लोकसेवा आयोग की भर्तियों में फर्जीवाड़े का नया अध्याय जुड़ा, पीसीएस जे परीक्षा 2013 का फर्जी पत्र लेकर पहुंचा युवक

इलाहाबाद : यूपी पीएससी (उप्र लोकसेवा आयोग) की भर्तियों में फर्जीवाड़े का नया अध्याय सोमवार को जुड़ गया है। सहारनपुर से यूपी पीएससी पहुंचे युवक पुष्पांक त्यागी ने कंट्रोल रूम में कहा कि उसे पीसीएस जे परीक्षा 2013 का साक्षात्कार का बुलावा पत्र मिला है तो सभी चौंक पड़े।
युवक को सचिव के पास ले जाया गया वहां से पूछताछ के बाद उसे सिविल लाइंस पुलिस के सिपुर्द कर दिया गया।1गौरतलब है कि यूपी पीएससी से पीसीएस जे परीक्षा 2013 ही नहीं पीसीएस जे परीक्षा 2016 का परिणाम भी जारी हो चुका है। पीसीएस जे परीक्षा 2013 के परिणाम की सीबीआइ जांच भी हो रही है। भर्तियों में गड़बड़झाले पर यूपी पीएससी पहले से ही घिरा है। सोमवार को सहारनपुर से आए पुष्पांक त्यागी के पास पीसीएस जे परीक्षा 2013 के साक्षात्कार का बुलावा पत्र देखकर कंट्रोल रूम के कर्मचारी दंग रह गए। बुलावा पत्र पर पूर्व परीक्षा नियंत्रक महेंद्र कुमार के हस्ताक्षर भी थे। वहीं, उससे पूछताछ की गई इसके बाद सचिव जगदीश के पास ले जाया गया। पुष्पांक ने बताया कि उसने एक साइबर कैफे जाकर यह बुलावा पत्र डाउनलोड कर प्रिंट आउट लिया है। जिसमें 23 जुलाई 2018 को उसके साक्षात्कार की तारीख लिखी थी। सचिव ने जब उससे पूछा कि यूपी पीएससी से उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर कोई मैसेज पहुंचा है तो उसने हां में जवाब दिया लेकिन, कहा कि फोन में वायरस के चलते मैसेज डिलीट हो गया। सचिव जगदीश ने बताया कि इसकी जानकारी सिविल लाइंस पुलिस को दी गई। यूपी पीएससी की ओर से एक तहरीर भी दी गई है। बताया कि पुलिस कर्मी उक्त युवक को साथ ले गए। हालांकि सचिव यह नहीं बता सके कि पुष्पांक त्यागी पीसीएस जे परीक्षा 2013 की मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थी था या नहीं। इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस इंस्पेक्टर शिवमंगल सिंह ने बताया कि उन्हें न तो अभी तक तहरीर मिली और न ही ऐसा कोई युवक सिपुर्दगी में दिया गया है।