पीएचडी महिला शिक्षामित्र ने योगी सरकार पर बोला हमला, 68500 शिक्षक भर्ती पर दिया ये बयान

उन्नाव. जिले में एक महिला शिक्षामित्र ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला और उनके बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अपना नाम दीपशिखा बताने वाली शिक्षामित्र डबल एमए, संस्कृत से पीएचडी, B.Ed ने बताया कि मोदी भाई साहब की बात पर शिक्षामित्रों ने कमल का बटन दबाया था लेकिन योगी सरकार 2 माह में ही पलट गई।
अपने वीडियो में दीपशिखा ने योगी सरकार द्वारा 68500 की वैकेंसी को लेकर नियमों में जितने भी परिवर्तन किए गए हैं उन पर बिंदुवार चर्चा की है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश में योग्य शिक्षक नहीं हैं। इस पर उन्होंने बताया कि वह पीएचडी होल्डर शिक्षा मित्र हैं। इसके बाद भी प्रदेश में योग्य शिक्षकों की कमी है। वायरल वीडियो में योगी शासन पर कटाक्ष करते हुए कहा गया कि पहले बताया गया कि 15 किलोमीटर की दौड़ में आप पास हो जाएंगे और जब 15 किलोमीटर की दूरी में वह पास हो गए तो कहा गया नहीं नहीं अब तो पास 20 किलोमीटर नहीं होगा। इस पर उन्होंने सवालिया निशान लगाया और कहा कि पहले निर्णय ले लेते तो यह स्थिति ना आती।

68500 की भर्ती प्रक्रिया में हुआ है घोटाला

इस संबंध में बातचीत करने पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला अध्यक्ष सुधाकर तिवारी ने बताया कि 68500 की भर्ती में घोर अनियमितताएं बरती गई हैं। उत्तर सीट और रिजल्ट के नंबरों में काफी अंतर है। उन्होंने कहा कि यह एक प्रकार का भर्ती घोटाला है। इलाहाबाद और लखनऊ हाई कोर्ट में मामला विचाराधीन है। न्यायिक प्रणाली के नियमों के आधार पर सुनवाई हो गई तो भर्ती प्रक्रिया में लगाम लग जाएगी। सुधाकर तिवारी ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि उनके शासनकाल में कोई भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि 68500 की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं और घोटाला की बू आती है। जिसकी जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है। उन्होंने 68500 की भर्ती प्रक्रिया पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि शासन शिक्षामित्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। कोई निश्चित नियम नहीं बना रही है।