आगरा में फर्जी प्रमाणपत्र लगाने के आरोप में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 26
सितंबर 2018 को परिषदीय स्कूलों के सात शिक्षकों को बर्खास्त किया था।
शिक्षकों को नोटिस दिए बिना सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई
थी।
शिक्षकों ने बर्खास्तगी का विरोध किया, प्रमाणपत्र सही बताकर दोबारा जांच
कराने की मांग की। दोबारा जांच में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने दो
शिक्षकों के पक्ष में रिपोर्ट दी है। इस पर उनकी सेवा जारी की जा रही है।
वर्ष 2016 में प्रदेश में हुई 16448 शिक्षक भर्ती में इन सातों शिक्षकों ने
जिले में नियुक्ति पाई थी। बीएसए कार्यालय की ओर से शिक्षकों के शैक्षणिक
प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया गया।
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