आगरा में पुलिस भर्ती का पेपर आउट, प्रबंधक ने वाट्सएप से सेंटर के बाहर भेजा था पेपर का फोटो

लखनऊ : पुलिस भर्ती परीक्षा में गुरुवार को आगरा में वाट्सएप से पेपर आउट हो गया। इस मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक कॉलेज प्रबंधक समेत छह लोगों को पकड़ा है। मोबाइल कब्जे में लेकर टीम अभी उनसे पूछताछ कर रही है।
इसी तरह पुलिस टीम ने प्रयागराज में नकल कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को और सहारनपुर में भाई के बदले परीक्षा दे रहे एक युवक को पकड़ा है। 1आगरा में गुरुवार को दोपहर तीन से पांच बजे की पाली में परीक्षा थी। एसटीएफ ने पेपर आउट होने की सूचना पर खंदौली के एक कॉलेज में बने सेंटर पर छापा मारा। यहां से प्रबंधक को हिरासत में लिया। इसके बाद उनसे जुड़े पांच अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया। प्रबंधक ने पेपर का अपने मोबाइल से फोटो खींचकर सेंटर के बाहर दूसरे मोबाइल पर भेजा था। इससे स्पष्ट है कि परीक्षा केंद्र से प्रबंधक द्वारा पेपर आउट किया गया। आइजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रबंधक द्वारा पहले सेंटर से बाहर के मोबाइल नंबर पर पेपर वाट्सएप किया गया। इसके बाद उधर से भी मैसेज आया। इससे साफ है कि प्रबंधक की मंशा पेपर आउट करने की रही होगी। प्रबंधक ने गुरुवार को शाम 4:40 बजे पेपर वाट्सएप किया था। जबकि, पांच बजे परीक्षा खत्म होने का समय था। उसने आखिरी वक्त में ही क्यों वाट्सएप किया? इस सवाल का जवाब भी एसटीएफ तलाश रही है। 1इसी तरह प्रयागराज में एसटीएफ ने आरबीएम इंटर कॉलेज में छापेमारी की। छानबीन में पता चला कि कौशांबी के बाकरगंज गांव निवासी महेंद्र पटेल, प्रयागराज के फूलपुर निवासी दीपेंद्र पटेल व दारागंज निवासी पवन कुमार पांडेय फर्जी कक्ष निरीक्षक बनकर ड्यूटी कर रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने खुद को दिवाकर साहू निवासी जनुआडीह कला गोरिगो फूलपुर गिरोह का सदस्य बताया। सीओ एसटीएफ नवेंदु सिंह के मुताबिक दिवाकर पहले भी नकल कराने में जेल जा चुका है। दिवाकर ने गुलाब स्टूडियो के जरिए फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। सभी के खिलाफ करेली थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं, सहारनपुर में चिलकाना रोड स्थित लार्ड महावीरा एकेडमी में अपने भाई के बदले परीक्षा दे रहे अफसर अली को पुलिस टीम ने पकड़ लिया। वह भाई सैफ अली निवासी बुलंदशहर के बदले परीक्षा देने पहुंचा था।