जुलाई में रिजल्ट आया तो पीसीएस 2019 में कम हो जाएगा दबाव

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) का जोर पीसीएस-2018 का इंटरव्यू जुलाई में कराने का है। जून के अंत तक इंटरव्यू का कार्यक्रम भी जारी किया जा सकता है। इंटरव्यू कराने के बाद जुलाई के अंत तक उसका रिजल्ट घोषित किया जा सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो 25 अगस्त से प्रस्तावित पीसीएस-2019 की मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों पर दबाव कम होगा। साथ ही उनके लिए अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि काफी अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने पीसीएस 2018 व 2019 दोनों में आवेदन किया है। अगर उनका चयन पीसीएस-2018 में हो जाएगा तो वह आगे की परीक्षाओं में शामिल नहीं होंगे।


पीसीएस-2018 यूपीपीएससी के लिए भी खास थी। यह पहली परीक्षा है जिसे संघ लोकसेवा आयोग की तर्ज पर कराया गया था। परीक्षा से कृषि अभियंत्रिकी, रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, अरबी व फारसी जैसे विषय हटा दिए गए थे। सामान्य ज्ञान का आब्जेक्टिव के दो-दो सौ नंबर के पहले दो पेपर होते थे। इस परीक्षा में दो-दो सौ नंबर के चार पेपर कर दिए गए थे। पैटर्न बदलने पर अभ्यर्थियों ने विरोध किया था। लेकिन, आयोग ने अपना निर्णय नहीं बदला। सारी प्रक्रिया अपने अनुसार तय किया। अब आगे की परीक्षाएं भी बदले पैटर्न पर आयोजित की जाएगी।