शिक्षकों शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को 20 जुलाई से दी जाएगी ऑनलाइन ट्रेनिंग
यूपी में प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को 20 जुलाई से 14 अगस्त तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं इसके लिए एआरपी व एसआरजी को 6 से 17 जुलाई तक प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 25 शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का बैच बनाकर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण दीक्षा एप पर दिए जा रहे प्रशिक्षण से अलग है। इसमें राज्य सरकार द्वारा बनाए गए मॉड्यूल ध्यानाकर्षण, आधारशिला व शिक्षण संग्रह पर दिया जाएगा। तीनों मॉड्यूल पर ऑनलाइन असेसमेंट भी होगा। पहला बैच सुबह 8.30 और दूसरा बैच दोपहर दो बजे से शुरू होगा। प्रशिक्षण तीन घंटे चलेगा। ये प्रशिक्षण ब्लॉक संसाधन केन्द्रों से गूगल हैंगआउट के जरिए दिया जाएगा। इसके लिए बीआरसी पर इंटरनेट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी व उनके कार्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहेगा और हर बैच की शुरुआत और अंत में खण्ड शिक्षा अधिकारी संबोधित करेंगे।
खुलेंगे स्कूल लेकिन नहीं होगी पढ़ाई :
सरकारी प्राइमरी स्कूल एक जुलाई से खुल जाएंगे लेकिन अभी केवल शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को स्कूल आना होगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि एक जुलाई से शिक्षक व प्रधानाध्यापक स्कूलों में मौजूद रह कर जरूरी काम पूरे करें।
इसमें सबसे पहले शारदा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करना है। दीक्षा ऐप के जरिए शिक्षकों को अपना प्रशिक्षण भी पूरा करना है। वहीं राज्य सरकार द्वारा विकसित आधारशिला, ध्यानाकर्षण और प्रशिक्षण संग्रह का प्रशिक्षण भी प्रस्तावित है। इसका प्रशिक्षण 20 जुलाई से खण्ड शिक्षा अधिकारी 25-25 शिक्षकों का बैच बना कर देंगे।वहीं शिक्षकों को इस बीच बच्चों तक किताबें पहुंचाना और यूनिफार्म बनवाने का काम भी पूरा करना है।
यूपी में प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों, शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को 20 जुलाई से 14 अगस्त तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं इसके लिए एआरपी व एसआरजी को 6 से 17 जुलाई तक प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 25 शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का बैच बनाकर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण दीक्षा एप पर दिए जा रहे प्रशिक्षण से अलग है। इसमें राज्य सरकार द्वारा बनाए गए मॉड्यूल ध्यानाकर्षण, आधारशिला व शिक्षण संग्रह पर दिया जाएगा। तीनों मॉड्यूल पर ऑनलाइन असेसमेंट भी होगा। पहला बैच सुबह 8.30 और दूसरा बैच दोपहर दो बजे से शुरू होगा। प्रशिक्षण तीन घंटे चलेगा। ये प्रशिक्षण ब्लॉक संसाधन केन्द्रों से गूगल हैंगआउट के जरिए दिया जाएगा। इसके लिए बीआरसी पर इंटरनेट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी व उनके कार्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहेगा और हर बैच की शुरुआत और अंत में खण्ड शिक्षा अधिकारी संबोधित करेंगे।
खुलेंगे स्कूल लेकिन नहीं होगी पढ़ाई :
सरकारी प्राइमरी स्कूल एक जुलाई से खुल जाएंगे लेकिन अभी केवल शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को स्कूल आना होगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि एक जुलाई से शिक्षक व प्रधानाध्यापक स्कूलों में मौजूद रह कर जरूरी काम पूरे करें।
इसमें सबसे पहले शारदा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करना है। दीक्षा ऐप के जरिए शिक्षकों को अपना प्रशिक्षण भी पूरा करना है। वहीं राज्य सरकार द्वारा विकसित आधारशिला, ध्यानाकर्षण और प्रशिक्षण संग्रह का प्रशिक्षण भी प्रस्तावित है। इसका प्रशिक्षण 20 जुलाई से खण्ड शिक्षा अधिकारी 25-25 शिक्षकों का बैच बना कर देंगे।वहीं शिक्षकों को इस बीच बच्चों तक किताबें पहुंचाना और यूनिफार्म बनवाने का काम भी पूरा करना है।