नई दिल्ली: सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की लंबित परीक्षाओं को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने अब गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में डाल दी है, जहां मंगलवार को इसे लेकर सुनवाई होनी है। हालांकि मंत्रलय के रुख से साफ है कि वह कोरोना संक्रमण की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए परीक्षाएं कराने के बिल्कुल पक्ष में नहीं है।
मंत्रलय परीक्षाओं को लेकर की गई तैयारियों से भी कोर्ट को अवगत कराना चाहता है। कोर्ट को भेजे जवाब में उसने परीक्षाएं स्थगित करने सहित उसे कराने से जुड़ी तैयारियों का पूरा ब्योरा दिया है। इसमें सुरक्षा मानकों के तहत सेल्फ सेंटर सहित ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाने जैसी तैयारियां शामिल हैं। इस बीच, पूरे दिन भर ट्विटर पर नो एक्जाम इन कोविड हैशटैग पहले नंबर पर ट्रेंड करता रहा। इसमें बड़ी संख्या में लोग परीक्षाओं को नहीं कराने की मांग कर रहे थे। हालांकि, इस बीच मंत्रलय ने साफ किया है कि जो भी फैसला होगा, वह छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही होगा। वहीं मंत्रलय से जुड़े सूत्रों की मानें तो परीक्षाएं अब नहीं होगी। सभी बच्चों को प्री-बोर्ड या फिर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देकर प्रमोट कर दिया जाएगा। हालांकि जो छात्र परीक्षाओं के होने पर इससे ज्यादा नंबर लाने की उम्मीद में हैं, उन्हें बाद में परीक्षा का मौका दिया जाएगा। इसकी तारीखों का एलान संक्रमण की स्थिति सामान्य होने के बाद किया जाएगा।
नीट-जेईई मेंस को लेकर करना होगा इंतजार
मंत्रलय नीट और जेईई मेंस जैसी परीक्षाओं को लेकर थोड़ा और इंतजार करने के पक्ष में है। यही वजह है कि परीक्षाओं को लेकर 30 जून के आसपास एक बार फिर से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद उस समय की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। वैसे भी जेईई मेंस की परीक्षाएं 18 से 23 जुलाई और नीट की परीक्षाएं 26 जुलाई को होनी है। ऐसे में इन परीक्षाओं को लेकर अभी समय है।
मंत्रलय परीक्षाओं को लेकर की गई तैयारियों से भी कोर्ट को अवगत कराना चाहता है। कोर्ट को भेजे जवाब में उसने परीक्षाएं स्थगित करने सहित उसे कराने से जुड़ी तैयारियों का पूरा ब्योरा दिया है। इसमें सुरक्षा मानकों के तहत सेल्फ सेंटर सहित ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाने जैसी तैयारियां शामिल हैं। इस बीच, पूरे दिन भर ट्विटर पर नो एक्जाम इन कोविड हैशटैग पहले नंबर पर ट्रेंड करता रहा। इसमें बड़ी संख्या में लोग परीक्षाओं को नहीं कराने की मांग कर रहे थे। हालांकि, इस बीच मंत्रलय ने साफ किया है कि जो भी फैसला होगा, वह छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही होगा। वहीं मंत्रलय से जुड़े सूत्रों की मानें तो परीक्षाएं अब नहीं होगी। सभी बच्चों को प्री-बोर्ड या फिर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देकर प्रमोट कर दिया जाएगा। हालांकि जो छात्र परीक्षाओं के होने पर इससे ज्यादा नंबर लाने की उम्मीद में हैं, उन्हें बाद में परीक्षा का मौका दिया जाएगा। इसकी तारीखों का एलान संक्रमण की स्थिति सामान्य होने के बाद किया जाएगा।
नीट-जेईई मेंस को लेकर करना होगा इंतजार
मंत्रलय नीट और जेईई मेंस जैसी परीक्षाओं को लेकर थोड़ा और इंतजार करने के पक्ष में है। यही वजह है कि परीक्षाओं को लेकर 30 जून के आसपास एक बार फिर से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद उस समय की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। वैसे भी जेईई मेंस की परीक्षाएं 18 से 23 जुलाई और नीट की परीक्षाएं 26 जुलाई को होनी है। ऐसे में इन परीक्षाओं को लेकर अभी समय है।